जिला के गांव चढ़तगढ़ में अंतिम संस्कार को गए लोग खड्ड से घिरे स्वर्गधाम में फंस गए। देखते ही देखते खड्ड ने रौद्र रूप धारण कर लिया और खड्ड का पानी स्वर्गधाम के भीतर जा घुस गया। इसके बाद लोगों ने छत पर चढ़कर अपनी जान बचाई। वहीं जल रही चिता भी बरसाती पानी में घिर गई।
जानकारी के मुताबिक बीमारी के चलते चढ़तगढ़ निवासी सुखराम की वीरवार सुबह मौत हो गई। दोपहर बाद जैसे ही अंतिम संस्कार के लिए स्वर्गधाम जाने लगे, तो तेज बारिश शुरू हो गई। बारिश के थमने के बाद करीब 130 ग्रामीण अंतिम संस्कार के लिए स्वर्गधाम चढ़तगढ़ पहुंच गए।
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अंतिम संस्कार की पूरी प्रक्रिया करने के बाद चिता को मुखाग्रि दी गई, जिसके कुछ देर बाद ही एकाएक आए बरसाती पानी ने स्वर्गधाम चढ़तगढ़ को अपनी चपेट में ले लिया। स्वर्गधाम में करीब 5 से 6 फुट पानी भर गया। एकाएक स्वर्गधाम में पानी भरने के चलते चिता पर भी पानी फिर गया। वहीं ग्रामीणों को जान बचाने के लिए चिता को छोड़कर साथ लगती छत्त पर चढ़ना पड़ा। स्वर्गधाम को जाने वाले मार्ग पर कई फुट पानी जमा रहा। ग्रामीणों ने स्वर्गधाम से भरा पानी निकालने के लिए दीवारे भी तोड़ ली, लेकिन पानी का स्तर ज्यादा कम न हो सका।
ग्रामीणों ने मामले की जानकारी डीसी ऊना राघव शर्मा को दी। जिसके बाद डीसी ऊना राघव ने एसडीएम ऊना विश्व देव मोहन चौहान को मौके पर भेजा। स्थानीय वासी जीपू थिंड ने बताया कि इस स्वर्गधाम में जाने के लिए पहले भी ऐसी समस्या पेश आती रही है और इसके बारे कई दफा प्रशासन को भी बताया जा चूका है।
एसडीएम ने मौके पर पहुंचकर तुंरत ही स्वर्गधाम को जाने वाले रास्ते को जेसीबी की मदद से खुलवाया। करीब डेढ़ से दो घंटे तक चले रेस्क्यू अभियान के बाद सभी ग्रामीणों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। एसडीएम ऊना विश्व देव मोहन चौहान ने बताया कि मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे और दमकल विभाग के कर्मियों व जेसीबी मशीन की मदद से सभी ग्रामीणों को निकाला गया।