उसी दिशा में पंवार इंस्टिट्यूट सोलन में भी आज बढ़ते स्ट्रोक के मामलो को लेकर जागरूकता अभियान के लिए एक विशेष कार्यकम का आयोजन किया गया जिसमे प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे इस दौरान उन्होंने कहा कि दुनियाभर में लगातार स्ट्रोक की दरों में हो रहा इजाफा, एक गंभीर समस्या बनती जा रही है. इसके प्रति जागरूकता फैलाने के लिए हर साल कल यानि 29 Oct 2023 के दिन, विश्व स्ट्रोक दिवस 2023 मनाया जाता है. ये एक जटिल स्वास्थ्य मुद्दा है, जिससे आज कई लोग पीड़ित हैं. इस तरह के स्ट्रोक न सिर्फ, मस्तिष्क को प्रभावित करते हैं, बल्कि इसके और भी कई बुरे परिणाम हो सकते हैं।
ये दरअसल मस्तिष्क का दौरा होता है, जो तब होता है जब मस्तिष्क को रक्त की आपूर्ति बंद हो जाती है. ऐसे स्थिति में शरीर कई प्रकार के संकेत देता है, जिससे आप स्ट्रोक के बारे में सचेत हो सकते हैं. जैसे हाथ, पैर, चेहरे में कमजोरी या सुन्नता, इसके अतिरिक्त भ्रम, चक्कर आना, बोलने और चलने में कठिनाई भी इसके लक्षण में शामिल हैं. मालूम हो कि स्ट्रोक आपको अस्थायी या स्थायी तौर पर बीमार कर सकता है. इसलिए स्ट्रोक से बचाव के लिए इन सारी चीजों की जानकारी बेहद जरूरी है. ऐसे में खुद को सावधान रखें।