जागरण संवाददाता, आगरा। देश भर में फैल रहे कोरोना के नए वैरिएंट (जेएन.1) के संक्रमण के बीच बड़ी लापरवाही सामने आई है। स्वास्थ्य कर्मियों ने केरला एक्सप्रेस से शुक्रवार दोपहर आगरा कैंट स्टेशन पर उतरे पर्यटक के नमूने ले लिए।

उसी समय एंटीजन टेस्ट नहीं किया, पर्यटक स्टेशन और उसके बाहर घूमता रहा। एक घंटे बाद जांच में कोरोना की पुष्टि होने पर पर्यटक की तलाश की गई। मोबाइल स्विच आफ आने पर सर्विलांस से पर्यटक की लाकेशन धौलपुर मिली।

केरला के पर्यटक के लिए नमूने

स्वास्थ्य विभाग के दो कर्मचारी आगरा कैंट स्टेशन से बाहर निकल रहे यात्रियों के कोरोना की जांच के लिए नमूने ले रहे थे। उन्होंने दोपहर दो बजे केरला एक्सप्रेस से उतरे 32 वर्ष के तिरुवनंतपुरम, केरला के रहने वाले पर्यटक के नमूने लिए। पर्यटक स्टेशन से बाहर चला गया।

 

मास्क लगाए बिना स्टेशन के बाहर और परिसर में घूमता रहा। नमूने लेने के तुरंत बाद किट से जांच नहीं की, इसमें दो से तीन मिनट लगते हैं। स्टेशन से बाहर निकल रहे यात्रियों के नमूने लेते रहे। एक घंटे बाद किट से एंटीजन टेस्ट किया गया, इसमें केरला के पर्यटक की रिपोर्ट पाजिटिव आई।

लोकेशन मिली

सीएमओ डा. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि नमूने लेते समय दर्ज किए गए मोबाइल नंबर पर काल किया, फोन बंद आने पर उसकी तलाश की। मगर, पर्यटक नहीं मिला। सर्विलांस की मदद ली, शाम 4.05 बजे कोरोना संक्रमित पर्यटक की लाकेशन धौलपुर मिली।

पर्यटक में कोई लक्षण भी नहीं थे। जबकि नमूने लेने के साथ ही एंटीजन टेस्ट किया जाता है इसमें दो से तीन मिनट लगते हैं। किस वैरिएंट से मरीज कोरोना संक्रमित हुआ है, इसकी जांच के लिए नमूने एसजीपीजीआइ, लखनऊ भेजे जाएंगे।

नौ मई के बाद मिला नया केस

कोरोना का अंतिम केस नौ मई को आया था, लोहामंडी की रहने वाली 44 वर्ष की महिला चिकित्सक में कोरोना की पुष्टि हुई थी। इसके बाद से कोरोना का कोई नया केस नहीं मिला है।

हर बार बाहर से आने वाले लोगों से फैला है संक्रमण

हर बार कोरोना संक्रमण बाहर से आने वाले लोगों से फैला है। कोरोना की पहली लहर में सबसे पहले मामले की पुष्टि इटली से लौटे खंदारी के रहने वाले कारोबारी में हुई थी, दूसरी लहर में भी विदेशी पर्यटक से कोरोना का संक्रमण पहला था।

जांच के इंतजाम नाकामी, पर्यटकों की बढ़ रही संख्या

सर्दियों की छुट्टी में ताजमहल पर पर्यटकों की संख्या बढ़ गई है। रेलवे स्टेशन के साथ ही स्मारकों पर दो स्वास्थ्य कर्मी एंटीजन टेस्ट के लिए तैनात किए जा रहे हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए एंटीजन टेस्ट बहुत कम किए जा रहे हैं। पर्यटक मास्क भी नहीं लगा रहे हैं। वहीं, आरटीपीसीआर की जांच भी शुरू नहीं हुई है। इससे संक्रमण फैलने का खतरा है।