सिरमौर के कुछ क्षेत्रों में लहसुन की खेती में बीमारी को लेकर कृषि विभाग की सलाह।

बिना परामर्श न करें किसी दवा का छिड़काव ,नजदीकी आत्मा परियोजना या कृषि विभाग के चिकित्सों को लेकर जाएँ खेतों में।
किसान कॉल सेंटर से भी कर सकते हैं सम्पर्क : उप निदेशक कृषि
इंट्रो : सिरमौर जिला को एक प्रमुख लहसुन उत्पादक जिला के रूप में जाना जाता है यहां पर लहसुन को एक प्रमुख नकदी फसल भी माना जाता है।कृषि विभाग के अनुसार जिला में लगभग 4 हजार हेक्टेयर भूमि पर लहसुन की खेती की जाती है और इस वर्ष इसकी अच्छी फसल होने की भी संभावना है। लेकिन जिला के रेणुकाजी क्षेत्र में कई स्थानों पर लहसुन में बीमारी की शिकायत आयी हैं। कृषि उपनिदेशक सिरमौर डॉ राजेंद्र ठाकुर ने कहा कि इस वर्ष अच्छी फसल हो रही है पर कहीं कहीं से पते पीले पड़ने आदि की खबर भी आ रही है। इस पर किसानो को तुरंत नजदीकी आत्मा परियोजना कार्यालय संगड़ाह या कृषि प्रसार केंद्र में जाकर समस्या बतानी चाहिए ताकि खेत का निरीक्षण किया जा सके।
बाइट : उपनिदेशक डॉ राजिंदर ठाकुर ने बतायाकि किसान बिना परामर्श या किसी निजी कम्पनी के कहने पर खेतों में कोई छिड़काव न करें बल्कि कृषि विभाग ,आत्मा परियोजना ,किसान कॉल सेंटर से सम्पर्क करें। इसके इलावा किसानो को प्राकृतिक व् मिश्रित खेती करके लहसुन उगाना चाहिए व् साथ ही हर वर्ष भूमि बदलकर खेती करनी चाहिए इससे फसलों में लगने वाले फंगस आदि से बचा जा सकेगा।