सोलन शहर की अधिष्ठात्री देवी माता शूलिनी मंदिर में इन दिनों गर्भगृह की मेंटेनेंस का कार्य चला हुआ है, जिसके चलते माता को भी गर्भगृह से बाहर स्थापित किया गया है। अब श्रद्धालु मंदिर के बाहर ही माता के दर्शन कर पा रहे है।मंदिर का स्ट्रक्चर काफी पुराना होने के चलते गर्भग्रह की कड़ियां अब गिरने की कगार पर थी जिसके चलते गर्भग्रह की मेंटेनेंस का कार्य शुरू हो गया है और नई शैली से गर्भगृह का कार्य अब हो रहा है। गर्भगृह के बाहर ही श्रद्धालु भी अच्छे से माता के दर्शन कर पा रहे है और आज मंगलवार के दिन भी मंदिर में भक्तो का तांता लगा रहा।
सोलन की एसडीम कविता ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि गर्भगृह के साथ-साथ मंदिर में भी पेंट और रिनोवेशन का कार्य किया जाएगा ,और गर्भगृह को अब नई शैली में बनाया जाएगा।
इन दिनों कार्य चला हुआ है और आगामी कुछ ही दिनों में कार्य संपन्न भी हो जाएगा उसके बाद फिर माता को गर्भगृह में स्थापित कर दिया जाएगा।
इसके साथ ही आगामी दिनों में शूलिनी मंदिर के स्ट्रक्चर में भी बदलाव करने का प्लान किया जा रहा है क्योंकि स्ट्रक्चर काफी पुराना होने की वजह से अब उसे बदलना अनिवार्य है।
उनका कहना है की माता शूलिनी के नाम पर ही सोलन शहर का नाम पड़ा है माता के मंदिर को भी भव्य स्वरूप दिया जाएगा ताकि श्रद्धालुओं के लिए हर एक आकर्षण का केंद्र बने।