शीतलहर व घनी धुंध के कारण शुक्रवार को ऊना जिला में अधिकतम तापमान में 12.4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। न्यूनतम तापमान में भी प्रदेश में सबसे अधिक 1.6 डिग्री की गिरावट आई। सिरमौर जिला के धौलाकुआं में भी अधिकतम तापमान में 6.7 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है, जबकि अन्य स्थानों पर एक से दो डिग्री सेल्सियस का अंतर आया है।

ऊना में 22.6 डिग्री सेल्सियस तापमान

वहीं, वीरवार को ऊना का अधिकतम तापमान 22.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया था। मौसम विभाग ने शनिवार को चार जिलों मंडी, कांगड़ा, ऊना, बिलासपुर में घनी धुंध के साथ शीतलहर चलने का यलो अलर्ट जारी किया है, जबकि सोलन व सिरमौर में घनी धुंध का यलो अलर्ट जारी किया है। इससे यातायात सेवा प्रभावित हो सकती है। विभाग ने 25 जनवरी तक मौसम साफ रहने की संभावना जताई है।

फसलें भी हो रहीं प्रभावित

हिमाचल में दिसंबर और जनवरी के सूखे से रबी की फसलों को प्रारंभिक तौर पर 15 प्रतिशत क्षति होने का अनुमान है। जिलों से पूरी रिपोर्ट आने के बाद इसके बढ़ने की आशंका है। प्रदेश के सभी 12 जिलों से सूखे से हुए नुकसान की रिपोर्ट जुटाई जा रही है। जहां देरी से बुआई की गई, वहां बहुत नुकसान हुआ है। उसका आकलन किया जा रहा है।

85 फीसदी कम हुई बारिश

प्रदेश में दिसंबर में सामान्य से 85 प्रतिशत कम वर्षा दर्ज की गई थी, जबकि जनवरी में 123 वर्षों के बाद ऐसी सूखे जैसी स्थिति है। जिसका फसलों पर बहुत अधिक असर हुआ है। रबी फसलों में इन दिनों गेहूं, जौ, चना व मटर होता है। इसके अतिरिक्त सब्जियों का भी अधिक उत्पादन होता है। ऐसे में सब्जियों का उत्पादन भी प्रभावित हुआ है।