‘वो शादी के फंक्शन में मेरे रंग का मजाक उड़ा रहे थे’, सांवली होकर सफेद रंग की साड़ी पहनना क्या जुर्म है?

सांवला होकर सफेद रंग की साड़ी पहन लेना क्या कोई जुर्म है? श्रुति के साथ जो हुआ, उसे जानने के बाद दिमाग में पता नहीं क्यों ये सवाल आ रहा है।

actress shruti das shares she was mocked for wearing white saree how dark skin makes one a victim of taunts
दुनियाभर में खूबसूरती और कपड़ों को लेकर अलग-अलग पैमाने तय है और भारत भी इससे अछूता नहीं है। अगर कोई इन पैमानों पर फिट न बैठे तो उसे या तो साइडलाइन कर दिया जाता है या फिर तानों का शिकार होना पड़ता है। कुछ ऐसे ही अनुभव से बंगाल की अदाकारा श्रुति दास भी गुजरीं। उन्होंने अपनी जो आपबीती शेयर की, उससे शायद कई महिलाएं खुद को रिलेट करती पाएंगीं। (फोटो साभार: इंस्टाग्राम@shrutidas_real)

शादी के फंक्शन में उड़ा मजाक

शादी के फंक्शन में उड़ा मजाक

जोश टॉक में बातचीत करते हुए श्रुति ने शेयर किया कि मैरिज फंक्शन के दौरान कुछ लोगों ने उनके सफेद साड़ी के सिलेक्शन पर कई बातें कहीं। उन्हें उस दौरान तो एहसास नहीं हुआ लेकिन बाद में समझ आया कि असल में उनके स्किन कलर का मजाक उड़ाते हुए ये कहने की कोशिश की जा रही थी कि डार्क कॉम्प्लेक्शन का होते हुए वाइट साड़ी क्यों पहनी है?

माथे की बिंदी

माथे की बिंदी

इसी तरह एक सीरियल की शूटिंग के दौरान वो जब तैयार हो रही थीं और उनके माथे पर काली बिंदी लगाई जा रही थी, तो वहां मौजूद टीम के एक शख्स ने कहा था उन्हें डार्क की जगह लाइट कलर की बिंदी लगाई जाए।

अदाकारा ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि ‘मेरा स्टाइल कैसा होगा ये मैं डिसाइड करूंगी।’ उन्होंने आगे कहा कि कोई और क्यों तय करेगा कि मैं क्या पहनूं और क्या नहीं? ये बर्ताव मुझे बिल्कुल अच्छा नहीं लगता है।

ऐसा सहने वाली अकेली नहीं

ऐसा सहने वाली अकेली नहीं

बीटाउन में प्रियंका चोपड़ा से लेकर बिपाशा बसु जैसी एक्ट्रेसेस भी कई दफा खुलकर ऐसे इंसिडेंट शेयर कर चुकी हैं, जब उन्हें उनके सांवले रंग के लिए लोगों के तानों या मजाक का शिकार होना पड़ा।

ये अदाकाराएं तो फिर भी अपने साथ हुए इस तरह के मामलों को साझा करते हुए नाराजगी जाहिर कर पाती हैं, लेकिन आम समाज में न जानें ऐसी कितनी लड़कियां मौजूद हैं, जो लगभग रोजाना ही इस तरह के बर्ताव को सहती हैं।

क्या पहनें क्या नहीं, ये रंग तय नहीं करेगा

क्या पहनें क्या नहीं, ये रंग तय नहीं करेगा

चाहे श्रुति हो या फिर प्रियंका-बिपाशा, ये सभी जाहिर कर चुकी हैं कि लोग चाहे जो मर्जी कहें, लेकिन उन्हें जो और जैसा पहनना होगा, वो वैसा पहनेंगीं। आम जिंदगी में भी सभी महिलाओं को यही फॉलो करना चाहिए।

आपका स्किन टोन चाहे जैसा भी हो, कभी भी ये न भूलें कि आप खूबसूरत हैं। आपको चाहे लाइट कलर पहनने हों या फिर डार्क और ब्राइट, ये पूरी तरह से आपकी पसंद पर निर्भर करता है कि आप कौन से रंग की आउटफिट पहनना चाहती हैं।

ये रखता है मायने

ये रखता है मायने

मायने ये नहीं रखता कि लोग क्या कह रहे हैं क्योंकि वो तो वैसे ही किसी को नहीं बख्शते हैं। अहम तो ये है कि क्या पहनने पर आपको अंदर से खुशी महसूस होती है।

कौन से कपड़े आपको अपनी नजर में ब्यूटीफुल और कॉन्फिडेंट फील करवाते हैं। अगर कोई कुछ कमेंट करे भी तो हमेशा खुद को ये जरूर याद दिलाएं कि ‘मैं खूबसूरत हूं’।

ये आपके कॉन्फिडेंस लेवल को बरकरार रखने के साथ ही पॉजिटिव एटिट्यूड को बूस्ट करेगा, जो आगे चलकर सफलता पाने में भी बड़ी भूमिका निभाएगा।