हिमाचल प्रदेश नई पेंशन योजना कर्मचारी संघ सिरमौर जिलाध्यक्ष सुरेंद्र पुंडीर ने पुरानी पैंशन के मुद्दे पर विद्युत बोर्ड के कर्मचारियों के साथ हो रहे अन्याय की भरपूर भर्त्सना की है। संघ अध्यक्ष ने आश्चर्य व्यक्त किया कि माननीय मुख्यमंत्री के बार-बार निर्देशों के बावजूद भी 6 माह बीतने के बाद विद्युत बोर्ड के कर्मचारियों को पुरानी पेंशन का लाभ न मिलना अत्यंत निंदनीय एवं असहनीय है। इससे स्पष्ट होता है कि विद्युत बोर्ड के प्रबंधक हिमाचल प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री की साख को धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं।
सुरेंद्र पुंडीर ने कहा कि सभी विभागों के कर्मचारियों के साथ पुरानी पेंशन बहाली हेतु विद्युत बोर्ड के कर्मचारियों का भरपूर सहयोग रहा है। चुनाव से पूर्व जो 10 गारंटी की घोषणा की गई थी उनमें सभी विभागों के साथ-साथ बोर्ड एवं निगमों के कर्मचारियों को भी पेंशन देने का वादा किया गया था। उसी वादे के अनुरूप मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश ने अपनी पहली संपूर्ण कैबिनेट में सभी के लिए पुरानी पेंशन बहाल करने की मंजूरी दी।
अब यह समझ से परे है कि जब हिमाचल प्रदेश के सभी विभागों के डेढ़ लाख कर्मचारियों को पुरानी पेंशन मिल रही है तो केवल विद्युत बोर्ड के प्रबंधन को अपने बोर्ड के कर्मचारियों को पुरानी पेंशन बहाल करने से एतराज क्यों? बोर्ड की बार-बार हुई बैठकों में पुरानी पेंशन बहाली पर निर्णय न ले पाना चिंतनीय है। संघ अध्यक्ष ने कहा कि हिमाचल प्रदेश नई पेंशन योजना कर्मचारी संघ आज भी एक जुट है तथा पुरानी पेंशन बहाली पर की जा रही टालमटोल असहनीय है। सभी कर्मचारी विद्युत बोर्ड के कर्मचारियों को पेंशन बहाल करवाने हेतु बोर्ड के विरुद्ध संघर्ष के लिए विद्युत बोर्ड कर्मचारियों के साथ खड़े है।
संघ ने मुख्यमंत्री से निवेदन किया है कि विद्युत बोर्ड कर्मचारियों को पुरानी पेंशन का लाभ लटकाने वाले संबंधित प्रबंधन अधिकारियों अथवा निर्देशको को सख्त निर्देश दिए जाएं ताकि सरकार द्वारा खुद घोषित एवं सैद्धांतिक रूप से क्रियान्वित की गई पुरानी पेंशन बहाली का लाभ बोर्ड कर्मचारियों को भी मिल सके।