चंद रोज पहले, पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान (Pakistan) से एक खबर आई थी…65 वर्षीय दिलावर खान ने सरकारी प्राथमिक विद्यालय (Primary School) में पहली कक्षा में दाखिला लिया। अब इसी से जुड़ी एक खबर भारत-नेपाल सीमा (Bharat-Nepal Border) पर उत्तराखंड (Uttrakhand) के पिथौरागढ़ से भी सामने आई है।
61 वर्षीय चंतरा देवी (Chantra Devi) ने पहली कक्षा में दाखिला लिया है। पिथौरागढ़ के समीप नेपाल सीमा पर बैंतड़ी की पाटन नगरपालिका की चंतरा देवी नातिन नातिनों को विद्यालय छोड़ने जाया करती थी। धीरे-धीरे बुजुर्ग महिला का भी शिक्षा के प्रति लगाव पैदा हो गया। विद्यालय के शिक्षकों को पता चला तो उन्होंने चंतरा देवी को प्रोत्साहित किया।
मीडिया रिपोर्टस में विद्यालय की अध्यापिका भागीरथी बिष्ट का कहना है कि चंतरा देवी ने क,ख,ग के साथ-साथ अपना नाम लिखना सीख लिया है। साथ ही कविताएं भी पढ़ लेती हैं। सहपाठी बच्चों के साथ स्कूल की गतिविधियों में भी हिस्सा लेने लगी है। स्कूल ने चंतरा देवी के लिए कॉपी, किताब, पैंसिल, बैग व टिफिन इत्यादि की व्यवस्था की है।
बहरहाल, चंतरा देवी का इस उम्र में शिक्षा के प्रति लगाव खासी चर्चा में है। सोशल मीडिया में चंतरा देवी ट्रैंड भी कर रही है।