राष्ट्रीय राजमार्ग N H 707 पर ब्लास्टिंग से उड़ाई जा रही है चट्टानें

पांवटा साहिब से गुम्मा तक बन रहे NH707 पर पहाड़ों को बेतरतीव तरीके से तोड़ने का सिलसिला जारी है। इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर चौड़ीकरण का काम कर रही कंपनियां मनमानी ढंग से कटिंग कर लोगों की जान जोखी में डाल रही है। चट्टानों को अनुमति नहीं होने के बावजूद विस्फोटकों से उड़ाया जा रहा है।

ताजा मामला राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर सामने आया है। जहां ब्लास्टिंग करके पहाड़ों को तोड़ा जा रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर काली ढाक बड़वास के समीप आरजीबी कंपनी दिनदहाड़े धरती के सीने को छल्ली करती नजर आ रही है, और शासन, प्रशासन सहित राजमार्ग प्राधिकरण यहां मूक दर्शन बैठे नजर आ रहे है। जिससे क्षेत्र में समस्याएं और अधिक बढ़ गई है।
अवैज्ञानिक ढंग से बिना अनुमति के भारी ब्लास्ट किये जा रहे हैं। पहाड़ों को ब्लास भारी ब्लास्टिंग होने के कारण कई किलोमीटर तक पहाड़ों को खोखला किया जा रहा है। और भविष्य में हल्के भूकंप से बड़ी दुर्घटनाओ को राजमार्ग प्राधिकरण और सरकार नेवाता देती नजर आ रही है।

नियमों के अनुसार राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर ब्लास्टिंग का इस्तेमाल पूर्ण रूप से निषेध है। मगर यहां दिनदहाड़े हो रही ब्लास्टिंग से प्रशासनिक अधिकारियों पर भी सवाल निशान खड़े हो रहे हैं । बता दे कि राष्ट्रीय राजमार्ग 707 में अधिकांश पहाड़ स्लाइडिंग जॉन क्षैत्र में आते है।

क्षेत्रीय लोगों की शिकायतों के बाद भी राजमार्ग 707 पर कोई अधिकारी कार्रवाई करता नजर नहीं आ रहा है।
क्षेत्रीय लोगों की माने तो राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर कंपनियां धड़ल्ले से ब्लास्टिंग कर रही है। और चंद पैसों को कमाने के चक्कर में खूब क्षेत्र का सीन छल्ली कर रही है। बताया जा रहा है कि यहां कंपनियां राजमार्ग प्राधिकरण के आलाकमान से मिलकर ब्लास्टिंग को अंजाम दे रही है। ऐसा ही नजारा बडवास के समीप देखने को मिला है जहां पर दिनदहाड़े आराजीवी कम्पनी ब्लास्टिंग करके पहाड़ों को तोड़ रही है।

दिन-रात कभी भी ब्लास्टिंग कर के भारी नुकसान हो कर रही है। इसलिए कंपनियां बेवखोफ होकर ब्लास्टिंग कर रही है। और मार्ग बनाने का रास्ता ब्लास्टिंग करके साफ कर रही है।

बाइट एसडीएम कफोटा राजेश वर्मा

उधर एसडीम कफोटा के संज्ञान में यह मामला लाया गया तो उन्होंने बताया कि यहां किसी कंपनी के पास ब्लास्टिंग करने की अनुमति नहीं है।उन्होंने कहा कि इस संबंध में कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।