भारी बरसात के दौरान शिक्षण संस्थानों में स्थानीय प्रशासन द्वारा घोषित की जा रही छुट्टियां बच्चों के लिए परेशानी का सबब बन रही है। बता दें कि बच्चे प्रातः ही भारी वर्षा में भीगते हुए स्कूल पहुंचते हैं। स्कूल में अवकाश बारे मालूम होने पर बैरंग घर लौटने को मजबूर हो जाते हैं, जिस कारण अभिभावकों में प्रशासन के प्रति काफी नाराजगी देखी गई है।
कोठिया जाजर पंचायत के उप प्रधान पवन तोमर ने बताया कि मौसम की पूर्वानुमान होने पर प्रशासन को शिक्षण संस्थानों को बंद करने का निर्णय समय पर लेना चाहिए, ताकि बच्चों को कोई परेशानी न हो। बताया कि प्रशासन द्वारा घोषित की गई छुट्टी की सूचना शिक्षण संस्थानों में देरी से मिलती है, तब तक बच्चे बारिश में भीगते हुए स्कूल पहूंच जाते हैं। विशेषकर छोटे बच्चे जोकि केजी, नर्सरी से पांचवी कक्षा तक पढ़ते हैं। बच्चों को स्कूल छोड़ने और लाने में अभिभावक काफी परेशानी झेल रहे हैं।
दूसरी ओर शिक्षक वर्ग का कहना है कि इस बार बरसात में मिलने वाली छुट्टियों का घर पर आनंद नहीं उठा सके। दूरदराज अथवा दूसरे जिलों से आए शिक्षकों का कहना है कि सरकार द्वारा एकमुश्त छुट्टियां घोषित नहीं की गई, बल्कि छोटे -छोटे हिस्सों में छुट्टियां घोषित की जा रही है, जिस कारण काफी अध्यापक अपने घर भी नहीं जा सके। अभिभावकों ने बताया कि प्रशासन को छुट्टी घोषित करने बारे समय पर निर्णय लेना चाहिए।
देरी से अधिसूचना जारी करने पर बच्चे अपनी दिनचर्या के अनुसार स्कूल पहूंच जाते हैं, जिसका लाभ बच्चों को नहीं मिल पा रहा है। एसडीएम (SDM) राजगढ़ डाॅ. संजीव धीमान ने बताया कि शिक्षण संस्थानों के प्रमुख का दायित्व बन जाता है कि वह सभी अभिभावकों को समय पर सूचित कर दें।