सरकार की ओर से चिकित्सकों की कई मांगें पूरी न होने के चलते आज से काले बिल्ले लगाकर सेवाएं देने लगे है। यह विरोध 24 जनवरी तक चलता रहेगा। सोमवार को हिमाचल मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन जिला इकाई सोलन की बैठक हुई थी, जिसकी अध्यक्षता डॉ. कमल अटवाल ने की थी। बैठक में सर्वसम्मति से मेडिकल ऑफीसर ने मांगों को लेकर सरकार की ओर से कोई ठोस कदम न उठाए जाने पर रोष जताया। वहीं विरोध करने के लिए काले बिल्ले लगाने का फैसला भी लिया गया था और आज से डॉक्टर्स ने काले बिल्ले लगा कर सेवाएं देनी शुरू करदी है।
डॉ. कमल अटवाल ने बताया कि उनकी मुख्य पांच मांगें हैं जिसमें नान प्रैक्टिस अलाउंस (एनपीए) को बहाल करना प्रमुख मांग है। उन्होंने कहा कि बीते काफी समय से इसे लेकर मांग चल रही है, मगर सरकारें इस ओर ध्यान नहीं दे रही। कई बार डॉक्टर प्रदर्शन कर चुके हैं, हर बार केवल आश्वासन ही मिला। साथ ही 4-9-14 की बहाली, एड्स कंट्रोल सोसायटी में परियोजना निदेशक का कार्यभार वापस स्वास्थ्य निदेशक को दिया जाए, पात्रता एवं वरिष्ठता के आधार पर निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं, जेडी, डीडी, सीएमओ, एसएमएस, बीएमओ को वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति दी जाए और किसी को भी सेवानिवृत होने के बाद एक्सटेंशन न दी जाए। इसके अलावा भी कई अन्य मांगें हैं।
उन्होंने कहा कि फिलहाल वह काले बिल्ले लगाकर प्रदर्शन करेंगे। यदि जल्द ही उनकी मांगों को न माना गया तो राज्य प्रतिनिधियों के अनुसार आगामी रणनीति तैयार की जाएगी।