बरसात के दौरान भारी बारिश के कारण सराज विधानसभा क्षेत्र के शारटी गांव के पास सड़क क्षतिग्रस्त हो जाने से 15 पंचायतों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आलम यह है कि बिल्कुल सामने दिखने वाला नेशनल हाईवे अब 50 किलोमीटर दूर हो गया है। इन 15 पंचायतों को एनएच के साथ जोड़ने के लिए पूर्व सरकार के समय में हणोगी के पास 20 करोड़ की लागत से प्रदेश का पहला डबल लेन केबल स्टेयड ब्रिज बनाया गया था।
इस पुल के बन जाने से खाहरी, कून और खोलानाल जैसी दुर्गम पंचायतें आजादी के बाद पहली बार सड़क सुविधा से जुड़ी थी। लेकिन बीते दिनों हुई भारी बारिश के कारण शारटी गांव के पास 50 से 60 किलोमीटर सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। इस कारण अब 15 पंचायतों के लोगों को एनएच तक आने के लिए 50 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ रहा है। खासकर खाहरी और कून पंचायतों का सड़क से संपर्क फिर से कट गया है।
स्थानीय निवासी बूंदी देवी, खेम सिंह, जय सिंह और भूप सिंह ने बताया कि उन्हें पैदल सफर तय करना पड़ रहा है और सामान आदि ले जाने के लिए घोड़े और खच्चरों का सहारा लेना पड़ रहा है। बीमारी की स्थिति में मरीजों को अस्पताल तक पहुंचा पाना बहुत ही मुश्किल हो रहा है। इन्होंने सरकार से मांग उठाई है कि क्षतिग्रस्त सड़क को जल्द से जल्द बनाया जाए ताकि इन्हें सड़क सुविधा का लाभ मिल सके।
वहीं, जब इस बारे में लोक निर्माण विभाग थलौट डिविजन के अधिशाषी अभियंता ई. विनोद शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हणोगी पुल से लेकर सलेई गांव तक सड़क पुर्ननिर्माण के लिए 4 करोड़ की डीपीआर बनाकर भेजी गई है। जैसे ही धन की स्वीकृति मिलेगी तो सडक का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।