बिजली बोर्ड में फंसी टीमेट और हेल्पर की 1030 भर्तियां

बिजली बोर्ड सर्विस कमेटी की सिफारिशों पर भर्ती प्रक्रिया अभी शुरू नहीं हो पाई है। मई माह में हुई सर्विस कमेटी की बैठक में 1030 पदों को भरने का फैसला लिया गया था। लेकिन अभी तक भर्ती प्रक्रिया से जुड़ी फाइल बाहर नहीं निकल पाई है। बिजली बोर्ड कर्मचारी यूनियन ने इस बात पर नाराजगी जताई है।

यूनियन के महासचिव हीरा लाल वर्मा ने बताया कि बिजली बोर्ड में 1030 पदों को भरने की मंजूरी मिली है। इनमें टीमेट के 550 पद, हेल्पर के 400 पद, 50 हेल्पर पावर हाउस इलेक्ट्रिकल, 20 हेल्पर पावर हाउस (हाइड्रो मैकेनिकल) और 10 पद हेल्पर एमएंडटी के भरे जाने हैं। बिजली बोर्ड ने प्रदेश भर में इन पदों को डिविजन स्तर पर बांट दिया है। इस बारे में तीन नवंबर को बोर्ड की तरफ से पत्र जारी किए गए हैं। लेकिन अभी तक भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है।

हीरा लाल वर्मा ने बताया कि इन पदों की मंजूरी के लिए बिजली बोर्ड कर्मचारी यूनियन लगातार संघर्ष कर रही थी। फील्ड में कम हो रहे कर्मचारियों की वजह से हादसों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में 1030 पदों के भरे जाने के बाद इन हादसों में कमी आने की संभावना थी। लेकिन भर्ती प्रक्रिया में लगातार देरी की वजह से फील्ड में कर्मचारियों को अतिरिक्त कार्य करना पड़ रहा है। इससे उन्हें मानसिक और शारीरिक दबाव झेलना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि भर्ती प्रक्रिया से जुड़ी फाइल कागजों में ही चल रही है। उन्होंने बिजली बोर्ड प्रबंधन से आह्वान किया है कि इस भर्ती प्रक्रिया को जल्द से जल्द शुरू किया जाए।