बिकाऊ लखनपाल के हो सकते हैं बड़सर में पकड़े गए 55 लाख रुपये : मुख्यमंत्री

 

तेजी से चल रही जांच, जल्द होगा पकड़ी हुई राशि को लेकर बड़ा खुलासा

बड़सर में मुख्यमंत्री ने धुंआधार प्रचार कर सुभाष के लिए मांगे वोट

बड़सर। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रविवार को बड़सर विधानसभा क्षेत्र में धुआंधार चुनाव प्रचार करते हुए पांच नुक्कड़ जनसभाएं कीं। उन्होंने कहा कि बड़सर में पकड़े गए 55 लाख रुपये बिकाऊ पूर्व विधायक इंद्रदत्त लखनपाल के हो सकते हैं। तेजी से मामले की जांच चल रही है, पकड़ी गई राशि को लेकर जल्दी बड़ा खुलासा होगा। लखनपाल ने जनभावनाओं का सौदा कर भाजपा की राजनीतिक मंडी में अपनी बोली लगाई है। क्षेत्र की जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी। बिकाऊ विधायक हमीरपुर जिला के विरोधी हैं।
मुख्यमंत्री ने बड़सर से कांग्रेस उम्मीदवार सुभाष ढटवालिया के प्रचार अभियान को गति प्रदान करने के लिए भोटा, करेर, कठियाणा, बयाड़ व दांदढू में नुक्कड़ जनसभाओं को संबोधित किया। ठाकुर सुखविंदर सिंह ने कहा कि बिझड़ी में कुछ महीने पहले जनसभा में उन्होंने अनेक घोषणाएं की थीं। पूर्व विधायक के करोड़ों रुपये के काम किए, हर अफसर उनकी मर्जी का लगाया, लेकिन उन्होंने अपनी अंतरात्मा नहीं धनात्मा की आवाज सुनी। इंद्रदत्त लखनपाल नौटंकीबाज होने के साथ दिल के काले हैं। उनका असली चेहरा व चरित्र अब जनता के सामने आ चुका है। वह बड़सर की जनता के सच्चे सेवक नहीं हैं। उन्हें भाजपा की ओर सामान से भरा जो बड़ा ब्रीफकेस मिला है, उसमें से वह कुछ छोटे अटैची विधानसभा क्षेत्र में लाना चाह रहे हैं, लेकिन सफल नहीं हो पाएंगे।
मुख्यमंत्री ने जनता से अपील की है कि बड़सर से सुभाष को जिताकर विधानसभा भेजिए। उनके साथ मैं भी विधायक की तरह आपके क्षेत्र में काम करूंगा। पूर्व विधायक ने विधानसभा क्षेत्र की जिन समस्याओं का समाधान नहीं करवाया, उन्हें चुनाव के बाद जल्द हल किया जाएगा। 1 जून को जनता कांग्रेस के लोकसभा व विधानसभा उम्मीदवार को वोट देकर बिकाऊ विधायकों व भाजपा को सबक सिखाए। कांग्रेस पार्टी के इतिहास में पहली बार निचले हिमाचल और वह भी हमीरपुर से मुख्यमंत्री बना है। इससे पहले भाजपा से प्रेम कुमार धूमल जिला से दो बार मुख्यमंत्री रहे। सुजानपुर की जनता ने घोषित मुख्यमंत्री धूमल को हराकर जो गलती की थी, उसे दोबारा न दोहराएं। हमीरपुर जिले के तीन बिके हुए विधायकों ने साबित कर दिया है कि उनकी निजी महत्वकांक्षाएं जनभावनाओं से ऊपर हैं।
सुक्खू ने कहा कि यह चुनाव सरकार को बचाने के लिए नहीं, बल्कि वोट की ताकत को बचाने का है। भाजपा ने जो चुने हुए विधायकों को खरीदने का काम देवभूमि में किया है, उसका अंत तुरंत होना जरूरी है। प्रदेश के 15 महीने के कार्यकाल में हुए कार्यों को देखकर भाजपा तिलमिला गई है। भाजपा नेता हतप्रभ हैं कि कांग्रेस सरकार ने कैसे बिना जनता पर बोझ डाले एक साल में 2200 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व कमाया और ओपीएस देने के साथ ही 1500 रुपये पेंशन भी पात्र महिलाओं को दे दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 4 जून को जब चुनाव नतीजे आएंगे बिकाऊ विधायकों व भाजपा नेताओं के पैरों तले जमीन खिसक जाएगी। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर को भी समझ आ जायेगा कि तानाशाही का अंत जनता कैसे करती है।