आयुर्वेद पांच हजार साल पुरानी चिकित्सा पद्धति है, जो हमारी आधुनिक जीवन शैली को सही दिशा देने और स्वास्थ्य के लिए लाभकारी आदतें विकसित करने में सहायक होती है। इसमें जड़ी बूटी सहित अन्य प्राकृतिक चीजों से उत्पाद, दवा और रोजमर्रा के जीवन में इस्तेमाल होने वाले पदार्थ तैयार किए जाते हैं। इनके इस्तेमाल से जीवन सुखी, तनाव मुक्त और रोग मुक्त बनता है।
वही सोलन में ऐसा ही एक मामला देखने को मिला जिसमे एक महिला पिछले 40 सालो से बीमार चल रही थी उन्हे चक्कर आना, घुटनों में दर्द, सर्वाइकल जैसी समस्या से वह परेशान थी महिला ने अपना इलाज शिमला चंडीगढ़ में भी करवाया लेकिन डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर दिए। वही महिला को जब सोलन के आयुर्वेदिक चिकित्सालय में लाया गया तो उसके बाद उनमें फर्क देखने को मिला। जानकारी देते हुए सोलन जिला आयुष अधिकारी प्रवीण शर्मा ने बताया की जब उन्हें अस्पताल लाया गया था तब वह चलने में असमर्थ थी उन्हें सुनने में दिक्कत थी इसके साथ ही वह बैलेंस भी नहीं बना पाते थे। आयुर्वेदिक उपचार करने के बाद उन में फर्क नजर आया है अब वह चलने में समर्थ है।
जानकारी देते हुए महिला ने बताया की उन्हें दिमाग की परेशानी सर्वाइकल घुटनों में दर्द जैसी कई परेशानियां थी जिसके चलते उन्होंने शिमला और चंडीगढ़ में भी अपना इलाज करवाया लेकिन कोई असर देखने को नहीं मिला लेकिन जब सोलन आयुर्वेदिक अस्पताल में उन्हें लाया गया उसके बाद उन्हे असर देखने को मिला और अब वह पहले से बेहतर है।