नहीं पहुंचा डीजल तो कल से मंडी में थम सकते हैं HRTC बसों के पहिए

हिट एंड रन कानून (HIT & Run) के खिलाफ जारी ट्रक व प्राइवेट बस ऑपरेटरों की हड़ताल का व्यापक असर हर ओर देखने को मिल रहा है। इस हड़ताल के चलते जहां पेट्रोल पंपों में पेट्रोल और डीजल की किल्लत बढ़ गई है, वहीं फल सब्जियों की सप्लाई भी प्रभावित होने के आसार बढ़ गए हैं। डीजल की कमी के कारण सरकार की बसों पर भी ट्रकों की हड़ताल हावी हो गई है।

एचआरटीसी के पंपों में डीजल न पहुंचने से एचआरटीसी की बसों के पहिए थमना शुरू हो गए हैं। एचआरटीसी प्रबंधन ने मंडी जिला में फिलहाल लोकल रूटों को बंद किया है जबकि लॉन्ग रूट पर बसों को चलाने का प्रयास जारी है। एचआरटीसी के मंडी डिपो की बात की जाए तो इस समय एचआरटीसी प्रबंधन 212 रूटों पर बसें चल रहा है। लेकिन मंगलवार को दोपहर तक डीजल की कमी के चलते 30 के करीब लोकल रूट बंद हो चुके हैं। फिलहाल लांग रूट पर मंडी डिपो का कोई भी रूट प्रभावित नहीं हुआ है।

मंडी डिपो में रोजाना साढ़े 6 हजार लीटर तेल की खपत होती है। इस खपत को पूरा करने के लिए केलांग डिपो से 2 हजार लीटर डीजल मंडी लाया जा रहा है। एचआरटीसी मंडी डिपो क्षेत्रीय प्रबंधक नरेंद्र शर्मा ने बताया कि एचआरटीसी प्रबंधन के प्रयास है की हड़ताल के चलते लॉन्ग रूट बंद ना हो। लेकिन तेल की सप्लाई न होने से लॉन्ग रूट को चलाना  कल से संभव नहीं होगा। ऐसे में मंडी डिपो की सभी एचआरटीसी बसों के पहिए थम सकते हैं।

वहीं, एचआरटीसी डीएम मंडी विनोद ठाकुर ने बताया कि डीजल की कमी के कारण सुंदर नगर डिपो की बसें बीते रोज से ही बसें चलना बंद हो गई थी। सुंदर नगर में डीजल की कमी के कारण 53 रूट प्रभावित हुए हैं। सरकाघाट, धर्मपुर, जोगिंदर नगर व मंडी डिपो में डीजल की कमी हो गई है। आज शाम तक डीजल नहीं पहुंचता है तो कल से यहां पर भी एचआरटीसी (HRTC) प्रबंधन बसें चलाने में असमर्थ हो जाएगा।