जनपद में नशा तस्करी के लिए देश-विदेश में कुख्यात हो गया है, लेकिन पुलिस कुल्लू के माथे पर लगे नशा तस्करी के दाग को धोने के लिए पुलिस प्रयास करेगी। एसपी क़ुल्लू डॉ कार्तिकेयन गोकुल चंद्रन ने कुल्लू में एसपी का कार्यभार संभालने के बाद पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि नशा तस्करों की चैन को तोड़ने का प्रयास किया जाएगा, ताकि नशे की तस्करी जिला कुल्लू में न हो सके। इसके अलावा नशे के आदि लोगों को भी दूसरी गतिविधियों की तरफ मोड़ने का प्रयास किया जाएगा। चाहे वह खेल का क्षेत्र हो या फिर संगीत की दुनिया। अगर खासकर युवा पीढ़ी खेल और संगीत के क्षेत्र में अपना ध्यान देंगे तो उनके नशे के प्रभाव से दूर रहने की संभावनाएं ज्यादा बढ़ती है।
उन्होंने बताया कि जल्द ही पुलिस की क्राइम रिव्यू मीटिंग होगी उसमें नशे और क्राइम के आंकड़े को देखते हुए आगे की रणनीति तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस का मकसद सिर्फ क्राइम को दर्ज करना ही नहीं होता है बल्कि उसे क्राइम के पीछे की वजह को भी ढूंढना होता है ताकि किसी भी समस्या का समाधान तलाशा जा सके। उन्होंने कहा कि ड्रग्स का प्रचलन हमारे समाज में बढ़ता जा रहा है। चाहे वह सिंथेटिक ड्रग्स हो या फिर अन्य। यह समस्या सिर्फ कुल्लू मनाली ही नहीं बल्कि पूरे देश में बढ़ती जा रही है। लिहाजा इसे लेकर हमारी सोसाइटी और समाज को भी जागरूक होना जरूरी है।
सोसाइटी के लोग और पुलिस अगर मिलकर इसके खिलाफ काम करेंगे तो निश्चित रूप से यह समस्या हमारे समाज से खत्म हो सकती है। उन्होंने कहा कि जिला कुल्लू पर्यटन की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण जिला है। जिसके चलते यहां देश और दुनिया के पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है। ऐसे में यहां यातायात जाम की समस्या भी बढ़ रही है। पुलिस इससे निपटने के लिए भी स्टेट होल्डर के साथ मिलकर प्लान तैयार करेगी। इतना ही नहीं मणिकर्ण घाटी के ट्रैकिंग रूट में भी पर्यटक के लापता होने के कई मामले सामने आए हैं इन्हें रोकने के लिए भी पुलिस, पर्यटन, वन विभाग सहित अन्य स्टेट होल्डर के साथ मीटिंग कर समाधान तलाशने की कोशिश करेगी।