शिमला,23 दिसंबर : युवाओं को कौशल विकास से जोड़ने के लिए प्रदेश में अब दो नए कॉलेज शुरू कर दिए गए है। इसमें जीडीसी (GDC) कॉलेज नादौन और सरस्वती सवारा कॉलेज में नए सत्र से वोकेशनल कोर्स (vocational course) शुरू होंगे। यानी पूरे प्रदेश में अब कॉलेजों की संख्या 24 हो गई है।
कॉलेज में बी-वॉक (B-walk) यानी बैचलर ऑफ वोकेशनल कोर्स डिग्री प्रोग्राम में छात्र नए सत्र में एडमिशन ले सकते हैं। इसमें फिलहाल कॉलेजों में टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी (Tourism and Hospitality) दोनों कोर्स में 40-40 सीटें आवंटित की गई हैं। छात्र अब स्किल बेस्ड कोर्स (skill based course) में एडमिशन ले सकते हैं।
सरकार ने निर्णय लिया है कि स्कूल और कॉलेजों में वोकेशनल विषयों को ज्यादा बढ़ावा दिया जाएगा। ऐसे में ज्यादातर इसमें राज्य सरकार ही बी-वॉक कोर्स के लिए कॉलेजों को फंडिंग दे रही है। इसमें 60 फीसदी फोकस बी-वॉक कोर्सेज पर किया गया है। यानी अन्य यूजी कोर्सेज की तरह ही इन कोर्सेज में अलग से छात्र यूजी (UG) की डिग्री हासिल कर सकता है।
इसमें हर साल बच्चों का रुझान भी बढ़ता जा रहा है। ऐसे में हर कॉलेज में टूरिज्म और रिटेल मैनेजमेंट में ही डिग्री कोर्स शुरू किए गए हैं, जिसका मकसद छात्रों की स्किल को डेवलप कर उन्हें रोजगार से जोड़ना है।कॉलेजों में इस साल चौथा बैच शुरू होगा। इसके साथ ही शिक्षा विभाग जल्द ही इन डिग्री प्रोग्राम में नए कोर्सेज भी शामिल करने जा रहा है।
नई शिक्षा नीति में व्यवसायिक शिक्षा पर ज्यादा फोकस
नई शिक्षा नीति के तहत व्यावसायिक शिक्षा (वोकेशनल एजुकेशन) पर ज्यादा फोकस किया गया है। अभी तक 9वीं कक्षा से वोकेशनल विषयों को पढ़ाया जाता है। नई शिक्षा नीति के तहत कक्षा-6 से वोकेशनल विषयों को शुरू करने का निर्णय लिया गया है।
यहां पढ़ाए जा रहे बी-वॉक
वर्ष 2017 में राज्य सरकार ने कॉलेजों में बी-वॉक डिग्री कोर्स शुरू किया था। इसमें सेंटर ऑफ एक्सीलेंस कॉलेज संजौली, जीसी नूरपुर, चंबा, नाहन, रामपुर, धर्मशाला, मंडी, हमीरपुर, कुल्लू, सोलन बिलासपुर और ऊना रोहड़ू का सीमा कॉलेज, राजकीय महाविद्यालय हरिपुर जिला कुल्लू, जीसी घुमारवीं, जीसी आनी, जीसी राजगढ़ और राजकीय कन्या महाविद्यालय आरकेएमवी (RKMV) शिमला शामिल हैं। इसमें पहले बैच के 30 फीसदी विद्यार्थियों की कैंपस प्लेसमेंट हुई है। विभाग का कहना है कि कॉलेजों में प्लेसमेंट सेल बनाए गए हैं। प्लेसमेंट सेल कंपनियों के साथ संपर्क कर समय-समय पर कैंपस प्लेसमेंट करवाते हैं।