राजीव बिंदल के चक्रव्यूह के आगे मंत्री हर्षवर्धन , विक्रमादित्य , धनीराम शांडिल और सीपीएस संजय अवस्थी टिक नहीं पाए और भाजपा ने नगर निगम सोलन के डिप्टी मेयर के पद पर कब्जा कर लिया। अलप मत में होते हुए भी कांग्रेस के एक धडे के साथ मिल कर भाजपा पार्षद मीरा आनंद को डिप्टी मेयर का पद दिलाने में कामयाब हो गए। इस सारे प्रकरण में राजीव बिंदल ने साबित कर दिया कि वह हिमाचल की राजनीति के चाणक्य है वहीं उन्होंने सोलन नगर निगम में जीत हासिल कर धर्मशाला में हुई हार का भी बदला ले लिया। वहां अल्पमत में होते हुए कांग्रेस ने जीत हासिल की थी उसी तर्ज पर कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को पटखनी दे कर सोलन नगर निगम के डिप्टी मेयर के पद पर कब्जा कर हिसाब बराबर कर दिया।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल ने ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा कि उनकी संख्या केवल सात थी और कांग्रेस की दस ऐसे में उनकी जीत नामुमकिन थी। लेकिन उसके बावजूद भी उन्होंने जीत हासिल की। भाजपा की डिप्टी मेयर मीरा आनंद को बारह वोट मिले। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने नगर निगम पर कब्जा करने के लिए काफी हथकंडे अपनाए यहां तक कि विधायक का मतदान भी करवाया लेकिन उसके बावजूद भी कुछ नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि अब उनकी पार्टी का एक ही लक्ष्य होगा कि सोलन शहर का विकास करना है तो कांग्रेस के मेयर के साथ मिल कर वह इस लक्ष्य को प्राप्त करेंगे।
गौरतलब है कि इस मंत्री हर्षवर्धन , विक्रमादित्य और सीपीएस संजय अवस्थी को नगर निगम चुनावों पर जीत हासिल करने की जिम्मेदारी दी गई थी। मंत्री धनीराम शांडिल का गृह क्षेत्र था। उसके बावजूद भी कांग्रेस की नगर निगम सोलन में नहीं बन पाई। जो कांग्रेस सरकार के लिए चिंता का विषय है।