बिलासपुर जिला के राजकीय माध्यमिक पाठशाला भगेड़ में जिला स्तरीय अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगता दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन जिला प्रशासन बिलासपुर, दिव्यांग कल्याण संघ, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, समस्त गैर सरकारी संस्थाएं और रेड क्रॉस सोसाइटी के सौजन्य से किया गया।
घुमारवी विधानसभा क्षेत्र विधायक राजेश धर्माणी ने कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत कर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा है कि दिव्यांगों की सुविधा के लिए घुमारवीं में आधुनिक सुविधा लेस भवन का निर्माण किया जाएगा, जहां दूर दराज के क्षेत्र से आने वाले दिव्यांगों के लिए रात्रि ठहराव की सुविधा होगी। जिसके लिए जल्द ही डीपीआर तैयार की जाएगी
विधायक राजेश धर्माणी ने विभागों के अधिकारियों से आग्रह किया कि वह दिव्यांग व्यक्तियों को सरकार की योजनाओं का लाभ लेने के लिए प्रेरित करें। जिला में आयोजित आकलन शिवरों में दिव्यांगों की प्रतिभा की जांच करने का आग्रह किया, ताकि उन्हें प्रतिभा के अनुसार रोजगार के अवसर प्रदान किया जा सके। उन्होंने बताया की विकलांग जनों को सरकार द्वारा नौकरियों में 4 प्रतिशत का आरक्षण दिया जा रहा है। सामाजिक सुरक्षा पेंशन के अन्तर्गत जिला बिलासपुर दिव्या 4,678 दिव्यांग लोगों को अपग राहत भत्ता प्रदान किया जा रहा है। विकलांग व्यक्तियों के लिए विशेष आईडी (UDID) जिला में UDID कार्ड 4586 बनाए गए है। UDID कार्ड धारक को हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम की बसों में मुफ्त सफर करने की सुविधा दी जाती है।
उन्होंने कहा कि दिव्यांग बच्चे जिनकी न्यूनतम 40 प्रतिशत स्थाई दिव्यांगता है उन्हे पहली कक्षा से लेकर पोस्ट ग्रेजुएशन तक 625 रुपये से लेकर 3750 रुपये प्रति माह दिव्यांग छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है। इस वित्तीय वर्ष के दौरान 120 दिव्यांग छात्रों को 13,69,570 रुपये छात्रवृत्ति प्रदान की जा चुकी है तथा कोई भी आवेदन लंबित नहीं है। दिव्यांगों को समाज में सम्मिलित करने के लिए सरकार द्वारा विवाह अनुदान प्रदान किया जा रहा है। जिसमे 40 प्रतिशत से 74 प्रतिशत दिव्यांग व्यक्ति से विवाह करने पर 25000 तथा 75 प्रतिशत से 100 प्रतिशत दिव्यांग व्यक्ति से विवाह करने पर 50000 रुपए की सहायता प्रदान की जा रही है। इस वित्तीय वर्ष के दौरान 8 व्यक्तियों को 2 लाख 75,000 हजार सहायता राशि प्रदान की जा चुकी है।
सरकार द्वारा दिव्याग व्यक्तियों को मुफ्त में पीजीडीसीए एवं डीसीए में एक वर्ष की अवधि का कम्पयूटर कोर्स करवाया जाता है। जिससे उन्हें प्रशिक्षण के दौरान 1500 प्रतिमाह राशि प्रदान की जाती है। प्रशिक्षण उपरांत 6 माह की अवधि तक दक्षता प्राप्त करने के दौरान 1800 रुपये प्रति माह प्रदान किया जाता है। दिव्यांगजन जिनकी न्यूनतम 40 प्रतिशत स्थाई दिव्यांगता है उन्हें कृत्रिम अंग संस्थाओं के गैर सरकारी संगठनों के माध्यम से दिव्यांगों को दिलवाएं जाते है।
जिला कल्याण अधिकारी रमेश बंसल ने बताया कि दिव्यांगजनों को कृत्रिम अंग/प्रत्यंग प्रदान करने के लिए जिला में आकलन शिविर का आयोजन हर तहसील में 18 दिसंबर से 21 दिसम्बर तक आयोजन किया जा रहा है। तहसील झंडूता में 18 दिसंबर को पंचायत भवन झंडूता, तहसील घुमारवीं में 19 दिसंबर को रैन बसेरा घुमारवीं, तहसील सदर में 20 दिसंबर को पंचायत भवन पजगाई तथा तहसील श्री नैना देवी जी में 21 दिसंबर को मातृ आंचल आकलन के बाद निःशुल्क सहायक उपकरणों का वितरण किया जाएगा।
जिला दिव्यांग संघ के प्रधान विनोद ने दिव्यांगों की समस्याओं को रखा तथा रोजगार के लिए आरक्षण का बैकलॉग भरने और विधायक से दिव्यांगों की मांगों को सरकार के समक्ष उठाने का आग्रह किया। विधायक ने कार्यक्रम के दौरान रेड क्रॉस सोसाइटी के माध्यम से दिव्यांगजनों को कृत्रिम उपकरण वितरित किए।
अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर विभाग द्वारा विभिन्न खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए इसके अतिरिक्त विधायक राजेश धर्माणी ने दिव्यांग जनों से जुड़े सभी सामाजिक कार्यकर्ता और विभागों के अधिकारियों और कर्मचारी को भी सम्मानित किया।