जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आरआर स्वाईं ने मंगलवार को कहा कि आतंकवाद संबंधी घटनाओं में ड्यूटी के दौरान लगभग 6,000 सुरक्षाकर्मी मारे गए हैं, जिनमें से 1,600 से अधिक जम्मू-कश्मीर पुलिस से हैं. स्वाईं ने कहा, यह देश की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस की प्रतिबद्धता को दर्शाता है.
कठुआ में 12वें शहीद स्मारक क्रिकेट टूर्नामेंट के समापन समारोह में स्वाईं ने कहा, ‘देश की विभिन्न सेनाओं के लगभग 6,000 बहादुरों ने सर्वोच्च बलिदान दिया है, और उनमें से 1,600 से अधिक अकेले जम्मू-कश्मीर पुलिस से हैं.’ टूर्नामेंट के समापन समारोह के लिए आयोजन स्थल पर पहुंचने के तुरंत बाद डीजीपी ने शहीद दीर्घा में जम्मू-कश्मीर पुलिस के शहीद नायकों पर पुष्पचक्र चढ़ाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी.
डीजीपी ने शहीद स्मारक क्रिकेट टूर्नामेंट के सफल आयोजन के लिए प्रबंध समिति और प्रायोजकों की सराहना की और शहीदों के सम्मान में सक्रिय भागीदारी के लिए कठुआ के लोगों का आभार व्यक्त किया. समारोह से इतर मीडिया से बात करते हुए डीजीपी ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के शहीदों के परिवारों के लिए कल्याणकारी योजनाओं पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि पुलिस अंशदायी निधि (Police Contributory Fund) के तहत वित्त पोषित हैं. इस अवसर पर एडीजीपी आनंद जैन ने कहा कि जम्मू-कश्मीर पुलिस शहीदों के परिवारों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं का समाधान कर रही है और सेवरा योजना के तहत उन्हें सहायता प्रदान कर रही है.