चोट से जूझ रहे हार्दिक को क्या ODI की कप्तानी देना सही फैसला होगा, आखिर कैसे लोकेश राहुल ने खड़ी कर दी उनके लिए मुश्किल

KL Rahul: भारत ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज के पहले मैच में सिर्फ 100 गेंद में लक्ष्य हासिल कर लिया। इतना ही नहीं यह साउथ अफ्रीका पर गेंदों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत भी है। कप्तान केएल राहुल अब पिंक वनडे जीतने वाले पहले भारतीय कप्तान बन चुके हैं।

जोहानिसबर्ग: अर्शदीप सिंह और आवेश खान की धारदार बॉलिंग से पहले वनडे में साउथ अफ्रीका की पारी को सस्ते में समेटने के बाद भारत ने केवल 100 गेंद में टारगेट हासिल कर लिया। इस जीत से टीम ने तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली। वैसे तो मैच में कई रिकॉर्ड्स बने, लेकिन सीनियर प्लेयर्स की गैरमौजूदगी में टीम की कमान संभाल रहे केएल राहुल के नाम अद्भुत उपलब्धि दर्ज हो चुकी है। अब वह पिंक वनडे जीतने वाले पहले भारतीय कप्तान बन चुके हैं। इतना ही नहीं यह बतौर कप्तान उनकी लगातार 10वीं जीत भी है। भारतीय टीम के बदलते परिदृश्य के बीच राहुल का अपनी कप्तानी में हार्दिक पंड्या की ‘महत्वकांक्षाओं’ को झटके के रूप में देखा जा रहा है।


क्यों टेंशन में होंगे हार्दिक पंड्या?

दरअसल, वनडे वर्ल्ड कप में शानदार फॉर्म के बावजूद रोहित शर्मा और विराट कोहली के चंद महीने बाद होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप में खेलने पर सस्पेंस बरकरार है। इस बीच आईपीएल में रोहित शर्मा से कप्तानी छीनकर मुंबई इंडियंस ने गुजरात टाइटंस से लाए हार्दिक पंड्या को सौंप दी। हार्दिक भारतीय वनडे टीम की कप्तानी के भी दावेदार हैं। ऐसे में केएल राहुल का बतौर कप्तान शानदार प्रदर्शन उनकी उम्मीदों को झटका देने के लिए काफी होगा। मैच में भारत ने टॉस गंवाकर पहले गेंदबाजी करते हुए अर्शदीप सिंह के पांच और आवेश खान के चार विकेटों के बूते प्रोटियाज टीम को 27.3 ओवर के भीतर सिर्फ 116 रन पर समेट दिया और फिर 16.4 ओवर में दो विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल कर लिया।

साउथ अफ्रीका को हराने वाले दो सुपरस्टार अर्शदीप सिंह और आवेश खान

सुदर्शन का धमाकेदार डेब्यू
भारत की ओर से डेब्यू कर रहे साई सुदर्शन ने लक्ष्य का पीछा करने के दौरान अपनी बल्लेबाजी से प्रभावित करते हुए 43 गेंद में नौ चौके की मदद से नाबाद 55 रन बनाए। वह पहले भारतीय ओपनर बन चुके हैं, जिन्होंने साउथ अफ्रीका में वनडे डेब्यू पर अर्धशतकीय पारी खेली। यह वनडे डेब्यू पर किसी भारतीय द्वारा खेली गई संयुक्त तीसरी सबसे बड़ी पारी है। उन्होंने श्रेयस अय्यर के साथ दूसरे विकेट के लिए 73 गेंद में 88 रन की साझेदारी की। अय्यर ने 45 गेंद की पारी में छह चौके और एक छक्के की मदद से 52 रन बनाए।

दूसरा सबसे छोटा मैच

भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेला गया यह मैच गेंदों के लिहाज से वनडे इतिहास का सबसे छोटा मैच रहा। इस मैच में कुल 265 गेंदें डाली गईं। भारत की ओर से 27.3 और साउथ अफ्रीका की ओर से 16.4 ओवर। गेंदों के लिहाज से वनडे इतिहास का सबसे छोटा मैच पाकिस्तान और वेस्टइंडीज के बीच 1993 में खेला गया था। उस मैच में कुल 194वें गेंदें फेंकी गई थीं। पाकिस्तानी टीम 19.5 ओवर्स में सिमट गई और वेस्टइंडीज ने 12.3 ओवर्स में 45 रन बना कर जीत हासिल कर ली। साउथ अफ्रीकी टीम 116 रन पर ऑलआउट हो गई, जो घरेलू मैदान पर पहले बैटिंग करते हुए वनडे क्रिकेट में उसका लोएस्ट स्कोर है।