चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाईवे (NH) पर वाहनों की आवाजाही के लिए बेहद खतरनाक स्पॉट बन चुके 6 मील के पास खतरे के साए में वाहनों को गुजारा जा रहा है। यहां से वाहन गुजारना एक तरह से मजबूरी भी बन गई है, क्योंकि कुल्लू के लिए जाने वाला वैकल्पिक मार्ग वाया कटौला भी बंद है। सिर्फ वाया गोहर-चैलचौक (Gohar-Chalchowk) ही खुला है। वहां से भी छोटे वाहनों को ही गुजारा जा रहा है।
यही कारण है कि बड़े वाहनों को गुजारने के लिए 6 मील के पास वाहनों को खतरे के साए में गुजारना पड़ रहा है। शनिवार सुबह भी 6 मील के पास नेशनल हाईवे पहाड़ी से मलबा व पत्थर गिरने के कारण दो बार बंद हो गया था। जिस समय पहाड़ी से चट्टानें और पत्थर गिरे, उस समय यहां से एक वाहन गुजर रहा था। चालक ने जैसे ही पहाड़ी से पत्थर गिरते देखे तो तुरंत गाड़ी को रिवर्स गियर डालकर उसे पीछे ले गया। अन्यथा उसके साथ बड़ा हादसा हो सकता था।
पुलिस और केएमसी (KMC) कंपनी के कर्मियों की निगरानी में नेशनल हाईवे से वाहन गुजारे जा रहे हैं। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सागर चंद्र ने बताया कि बारिश के चलते पहाड़ी से लगातार मलबा गिर रहा है। जिस कारण यहां पर हर समय वाहन चालकों के लिए खतरा बना हुआ है। मलबा गिरने की स्थिति में मौके पर 24 घंटे मशीनरी (machinery) तैनात है। मलबा गिरते ही उसे तुरंत हटाकर नेशनल हाईवे को फिर से बहाल कर दिया जा रहा है।
नेशनल हाईवे पर आगे भी लैंडस्लाइड (landslide) की जरा भी शंका होती है तो तुरंत प्रभाव से ट्रैफिक (traffic) को रोक दिया जाएगा। उन्होंने वाहन चालकों से नेशनल हाईवे पर संभल कर चलने की अपील की है। वहीं, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया है कि वैकल्पिक मार्ग कुल्लू कटौला भी सालगी से पास लैंडस्लाइड होने से बंद हो गया है। उन्होंने कुल्लू से वाहन चालकों से चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाईवे व गोहर-चैलचौक मार्ग से सफर करने की सलाह दी है।