इस समय भारतीय न्यूज़ चैनल्स चीखने-चिल्लाने की दुकान बन चुके हैं. लेकिन, जिस वक़्त टेलीविज़न शुरू हुआ था, उस वक़्त न्यूज़ चैनल्स शालीनता का दूसरा नाम थे. ऐसा ही कुछ उस समय के एंकर्स के लिए भी कहा जा सकता है.
जाने कहां गए वो दिन
दूरदर्शन, प्रसार भारती पर रोज़ रात 9 बजे महिला एंकर्स आती थीं. कमाल की अंग्रेज़ी और हिंदी में न्यूज़ पढ़ा करती थीं, चिल्लाती नहीं थी. अगर कोई नेगेटिव न्यूज़ भी पढ़ रही हों तो भी उनकी आवाज़ में स्थिरता, सहजता और सौम्यता होती थी. मतलब आज के दौर के कई लोग ये बात बिना वीडियो प्रूफ़ के शायद न मानें कि बिना चीखे भी न्यूज़ एंकरिंग की जा सकती है.
सागदी की मिसाल थे दूरदर्शन के एंकर्स
LinkedIn पर हरी सिंह शेखावत ने दूरदर्शन की कुछ महिला एंकर्स की एक तस्वीर शेयर की. बहुत से लोग शायद इन एंकर्स को नहीं पहचान पाएंगे लेकिन हमारे माता-पिता इन्हें नाम और आवाज़ दोनों से जानते होंगे. साड़ी, हल्के मेकअप में टीवी पर न्यूज़ पढ़ने वाली दूरदर्शन की न्यूज़ एंकर्स सभी के लिए सागदी की मिसाल थीं.
शेखावत ने आगे लिखा कि उस दौर में टीवी पर सिर्फ़ दो चैनल्स आते थे- DD1 और DD2. 1960 के दशक में सलमा सुल्तान, रीनी सिमोन, उषा, मंजरी जोशी, सरला माहेश्वरी और नीलम शर्मा जैसे कई एंकर्स टीवी पर न्यूज़ एंकरिंग करते थे. सलमा सुल्तान बालों में गुलाब का फूल लगाती थीं और ये तस्वीर बहुत से लोगों को याद होगी.
शेखावत ने सरला माहेश्वरी, सलमा सुल्तान, शीला चमन और मीनू तलवार की तस्वीर भी शेयर की. आइए टीवी के चहेते एंकर्स के बारे में कुछ बातें जानते हैं.
सरला माहेश्वरी
दूरदर्शन की सबसे एलिगेंट एंकर्स में से एक थी सरला माहेश्वरी. वो बेहद सादगी से न्यूज़ पढ़ती थीं. चाहे नेगेटिव न्यूज़ भी हो लेकिन उनका लहज़ा बेहद शांत मिजाज़ी था.
सलमा सुल्तान
बाएं कान में फूल लगाकर न्यूज़ पढ़ती थी, ये तस्वीर हर किसी के ज़हन में होगी. ये एंकर थी सलमा सुल्तान. वो 1967 से 1997 तक दूरदर्शन से जुड़ी रही. इंदिरा गांधी की हत्या की खबर भी उन्होंने ही पढ़ी थी.
शीला चमन
रिनी सिमॉन
दिल्ली मेट्रो में अंग्रेज़ी में होने वाली अनाउंसमेंट रिनी सिमॉन ने ही रिकॉर्ड की थी. लोग उन्हें चेहरे से न पहचानते हो लेकिन उनकी आवाज़ को ज़रूर पहचानते हैं. 1985-2001 तक वो दूरदर्शन से जुड़ी रहीं.
गीतांजलि अय्यर
गीतांजलि अय्यर की LinkedIn प्रोफ़ाइल के अनुसार अगस्त 1971 में उन्होंने दूरदर्शन पर खबर पढ़ने का काम शुरू किया. वो DD की फ़र्स्ट एंकर्स में से एक थीं. अगस्त 2002 वो DD के साथ बनी रहीं. इसके बाद कॉरपोरेट कम्युनिकेशन और सेल्स में चली गई. कॉनफ़ेडरेशन ऑफ़ इंडियन इंडस्ट्री में वो कन्सल्टेंट थी. इसके बाद अय्यर ने WWF के Major Donors के प्रमुख की कुर्सी संभाली.
शम्मी नारंग
शम्मी नारंग इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे थे और उन्हें Voice of America के हिंदी डिविज़न में नौकरी मिल गई. 70 और 80 के दशक में डीडी चैनल का मशहूर चेहरा थे नारंग. दिल्ली मेट्रो में होने वाली हिन्दी अनाउंसमेंट भी नारंग ने ही की है