कान खोलकर सुन लें! गाड़ी से जा रहे हैं वृंदावन तो 3 दिनों तक नहीं मिलेगी एंट्री,इस वजह से प्रशासन ने लिया बड़ा फैसला

भगवान श्री कृष्ण की नगरी वृंदावन में आने वाले 3 दिनों तक नहीं बाहरी वाहनों का प्रवेश पूरी तरह से वर्जित है। दरअसल, नव वर्ष के स्वागत को उमड़ने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने यह अहम फैसला लिया है।

there will be no entry of outside vehicles in vrindavan for 3 days
कान खोलकर सुन लें! गाड़ी से जा रहे हैं वृंदावन तो 3 दिनों तक नहीं मिलेगी एंट्री,इस वजह से प्रशासन ने लिया बड़ा फैसला
इसमें कोई दोराय नहीं कि भगवान श्री कृष्ण के भक्तों की कोई कमी नहीं है। देश के ही नहीं बल्कि विदेशी लोग भी भगवान के मोह में इस कदर पागल हैं कि उनकी एक झलक पाने के लिए वह कुछ भी कर गुजरते हैं। यही तो एक बड़ी वजह भी है कि उनकी पावन नगरी मथुरा-वृंदावन में हमेशा ही श्रदालुओं की भीड़ लगी रहती है।
हालांकि, श्रद्धालुओं को प्रभु के दर्शन आसानी से हो सकें, इसके लिए प्रशासन भी हर तरह की सुविधा मुहैया कराती है। लेकिन कभी-कभार हालात ऐसे पैदे हो जाते हैं कि भीड़ को नियंत्रित करना मुश्किल हो जाता है। पिछले कुछ दिनों से मथुरा-वृंदावन में बिल्कुल ऐसा ही हाल है, जिसकी वजह से प्रशासन ने एक बड़ा फैसला लिया है। (सभी तस्वीरें-Istock)

क्या हुआ ऐसा?

क्या हुआ ऐसा?

दरअसल, मथुरा वृंदावन में पिछले दो सालों से श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार बढ़ रही है। इसके कारण यहां की यातायात व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो जाती है। बिल्कुल ऐसा ही हाल नए साल के मौके पर भी देखा जाता है। इस बार नए साल पर 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया गया है, जिसके चलते होटल और धर्मशाला भी बुक हो गई हैं। ऐसे में नव वर्ष के स्वागत पर उमड़ने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए यहां की प्रशासन ने बाहरी वाहनों का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित करने का फैसला किया है

2 जनवरी तक नहीं होगा बाहरी वाहनों का प्रवेश

2 जनवरी तक नहीं होगा बाहरी वाहनों का प्रवेश

वृंदावन एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि दो जनवरी तक वृंदावन में बाहरी वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह पाबंदी लगाने का निर्णय लिया है। शहर में प्रवेश करने वाले निजी वाहनों को भी निर्धारित पार्किंग स्थलों पर पार्क कराया जाएगा।
इस बार दस लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है, जिसके चलते अगर यातायात नियंत्रित नहीं किया, तो बड़ी परेशानी हो सकती है। यही नहीं, हर तिराहे-चौराहों पर ट्रैफिककर्मी तैनात किए जाएंगे। केवल निर्धारित ई-रिक्शा को ही वृंदावन नगर में प्रवेश दिया जाएगा। अन्य किसी भी वाहन को नगर में अंदर जाने की अनुमति नहीं होगी।

वृंदावन कैसे पहुंचें?

वृंदावन कैसे पहुंचें?

दिल्ली से वृंदावन की दूरी लगभग 182 किलोमीटर है। अगर आप रोड ट्रिप पर हैं, तो दिल्ली से वृंदावन पहुंचने में लगभग साढ़े तीन घंटे का वक्त लग सकता है। दिल्ली से वृंदावन के लिए ट्रेन और बस दोनों की सुविधा है। दो दिन के वीकेंड ट्रिप पर वृंदावन को आसानी से घूमा जा सकता है। दिल्ली से मथुरा-वृंदावन के लिए वोल्वो बस की भी सुविधा है। आप चाहें तो प्राइवेट टैक्सी भी बुक कर सकते हैं, जो वृंदावन की सैर करा सकती है। यात्री दिल्ली-गाजियाबाद रेलवे स्टेशन से वृंदावन के लिए ट्रेन भी ले सकते हैं

दिल्ली से वृंदावन का किराया

दिल्ली से वृंदावन का किराया

अगर आप दिल्ली से वृंदावन बस से जा रहे हैं, तो आपको 300 से 1500 रुपए तक खर्च करने पड़ सकते हैं। दिल्ली से वृंदावन रोड के लिए दो ट्रेनें चलती हैं, जिनका स्लीपर का किराया 500 रुपए से कम है। अगर आप टैक्सी बुक करते हैं, तो एक दिन के राउंड ट्रिप के लिए 5000 रुपए तक खर्च करने पड़ सकते हैं। वहीं वृंदावन में होटल भी बहुत ज्यादा महंगे नहीं हैं। आपको वहां आसानी से कम पैसों में अच्छा होटल मिल जाएगा।