कंडाघाट धोखेबाजी प्रकरण : दो साल बाद सलाखों के पीछे बेटी, बाप की तलाश

हिमाचल प्रदेश की सोलन पुलिस नशा तस्करों पर नकेल कसने में खासी कामयाबी हासिल कर रही है,लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि अपराध के अन्य मोर्चों पर विफल हो रही है। ताजा घटनाक्रम में खाकी ने धोखेबाजी की वारदात पर से पर्दा उठाया है जिसमे बाप-बेटी ने न केवल एक बल्कि 9 व्यक्तियों से धोखा किया था। करीब दो साल बाद अब बेटी पुलिस की गिरफ्त में है,जबकि बाप की तलाश है। पीड़ितों को इस बात का सकून है कि पुलिस की कार्रवाई अंजाम की तरफ बढ़ रही है।

29 दिसंबर 2021 को थाना कंडाघाट में 9 स्थानीय निवासियों ने संयुक्त रूप से लिखित शिकायत सौंपी। आरोप था कि वाकनाघाट  में परिवार सहित मनजीत सिंह नाम का एक व्यक्ति, परिवार सहित लक्ष्मी दत्त के मकान में रहता था। आरोपी मनजीत ने अपनी बेटी के साथ मिलकर धोखाधड़ी की है। अपने आप को आर्मी का ठेकेदार बनकर परिचित कराया था। दुकानों से सरिया, सीमेंट, बजरी, रेत तथा राशन खरीदा ,लेकिन  खरीदें सामान का भुगतान नहीं किया। इसके अतिरिक्त लोगों से पैसे भी उधार लिये। आरोप था कि मनजीत सिंह ने सामान व नकदी के रूप में करीब 30 लाख रुपये की ठगी की है। ठगी करने के उपरान्त वो परिवार सहित 27 दिसम्बर को गायब हो गया था। कण्डाघाट पुलिस ने मनजीत सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया।

जांच के दौरान पाया गया कि आरोपी मनजीत सिंह ने वाकनाघाट में सामान खरीद की एवज में बेटी मनप्रीत कौर द्वारा हस्ताक्षरित बैंक चेक दिए थे। आरोपियों द्वारा दिये गये चेक बाउंस हो गए। तफ्तीश के दौरान पाया गया कि मनप्रीत कौर ने पिता के साथ मिलकर धोखाधड़ी को अंजाम दिया है। आरोपियों ने जाली आधार कार्ड दिये और कोई स्थायी पते की जानकारी नहीं दी। पुलिस टीम ने जम्मू कश्मीर, पंजाब , हरियाणा, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों में  दबिश दी, लेकिन हरेक जगह पर झूठे पते पाए गये। जांच में कंडाघाट पुलिस की टीम ने लगातार प्रयास करते हुए सहारनपुर से आरोपी की शिनाख्त पक्की की।

आरोपी 26 वर्षीय मनप्रीत कौर पुत्री मंजीत सिंह को मोहाली ( पंजाब) से गिरफ्तार किया गया है। 4 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। आरोपियों द्वारा इस धोखाधड़ी के अपराध को अंजाम देने के लिए प्रयोग की गई ,टाटा सफारी और होंडा अमेज को भी जब्त किया गया है। एसपी गौरव सिंह ने पुष्टि की है।