उत्तर प्रदेश के हरदोई से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. एक ई-रिक्शा चालक के पास बैटरी बदलने के पैसे तक नहीं थे और उसे बैंक वालों ने बताया कि वो एक करोड़पति है! इसके साथ ही 5.92 करोड़ का कर्ज भी चुकाने को कहा.
ई रिक्शा चालक रातों-रात बन गया करोड़पति!
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हरदोई के कछौना कस्बे का रहने वाला अमन राठौर ई-रिक्शा चलाकर गुज़ारा करता है. ई-रिक्शा की बैटरी खराब हुई तो उसे बदलने के लिए बैंक लोन की ज़रूरत पड़ी. बैंक कर्मचारी ने अमन से इनकम टैक्स रिटर्न मांगा.
नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक अमन राठौर आईटीआर भरने गया. तब उसे पता चला कि उसके नाम पर दिल्ली में कारोबार चल रहा था, यही नहीं ‘उसकी कंपनी’ का दो महीने टर्नओवर 6.67 करोड़ था.
ITR रिजेक्ट हो गया
अमन ITR भरने के लिए जनसेवा केन्द्र पर गया. पहले तो ITR रिजेक्ट हो गया. जांच-पड़ताल के बाद जो सच सामने आया वो देखकर सभी हैरान रह गए. संचालक ने बताया कि दिल्ली में राठौर ट्रेडर्स के नाम से एक फ़र्म रेजिस्टर्ड है. ये फ़र्म कॉपर वायर और स्क्रेप का कारोबार करती है. अमन को पता चला कि उसका आधार कार्ड और पैन कार्ड कंपनी के नाम से दर्ज है.
ये भी पता चला कि उस पर तकरीबन 5.92 करोड़ रुपये का कर्ज़ है.
अमन के साथ एक शख़्स ने की थी धोखाधड़ी
अमन के डॉक्युमेंट्स के दम पर दिल्ली में इतनी बड़ी रकम की धोखाधड़ी चल रही थी और अमन को इसकी कानों-कान खबर नहीं हुई. मीडिया से बात-चीत के दौरान अमन ने बताया कि वो काम के तलाश में भटक रहा था. इसी सिलसिले में वो संदीप कुमार नामक शख़्स से मिला. संदीप ने रोज़गार दिलाने का वादा किया और अमन का आधार कार्ड और पैन कार्ड रख लिया. अमन जब भी उससे नौकरी की बात पूछता ये शख़्स टाल देता. इसी दौरान अमन ने ई-रिक्शा चलाना शुरू किया. वो भूल गया कि उसने अपने ज़रूरी दस्तावेज़ संदीप को दिए हैं.
अमन राठौर ने कहा कि वो दिल्ली जाकर शिकायत दर्ज करवाएगा.