इस काम को करने का मुझे कोई अफसोस नहीं, अगर मैं अब निकलना भी चाहूं तो सोसाइटी मुझे जीने नहीं देगी; सेक्स वर्कर ने कहा- इससे बाहर निकलने का सवाल ही नहीं उठता, पढ़िए ऐसी पांच महिलाओं की कहानी

ब्लैकबोर्ड-पति की पिटाई से बचने के लिए बनीं कॉल गर्ल:ऐसी पांच महिलाओं की कहानी; जिन्हें पति के रिश्ते पर भरोसा नहीं

जीबी रोड, दिल्ली2 घंटे पहलेलेखक: पूनम कौशल

‘मेरा नाम गीतिका है। 14 साल की थी, तब बुआ ने मेरी शादी करवा दी। बचपन में हुई इस शादी से मैं कभी खुश नहीं रही। कम उम्र में ही मैं चार बेटों की मां बन गई। पति रोज पिटाई करता था। लात-घूंसों से मारता था। जब अत्याचार बर्दाश्त होने की मेरी शक्ति खत्म होने लगी, तब मैंने उसे छोड़ने का फैसला लिया।