पांच जनवरी को बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा हिमाचल आ रहे हैं। हाल ही में तीन राज्यों की प्रचंड जीत के बाद पहली बार नड्डा हिमाचल आ रहे हैं ऐसे में जश्न के साथ लोकसभा चुनावों में चारों सीटों पर जीत के लिए रणनीति तैयार की जाएगी। नड्डा के हिमाचल दौरे पर कांग्रेस पार्टी ने निशाना साधा है।
कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता प्रेम कौशल ने शिमला में पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि एक साल पहले बीजेपी को जनता ने सत्ता से बाहर किया। केंद्र सरकार कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद प्रदेश से भेदभाव कर रही है। कर्ज लेने की सीमा को घटाया गया है। वाटर सेस पर भी केंद्र ने पॉवर कंपनियों को हिदायत दी की वाटर सेस न दे और कोर्ट का दरवाजा खटखटाए। जबकि बीजेपी शासित दूसरे राज्यों में वाटर सेस लिया जा रहा है। ओपीएस लागू होने के बाद 1750 करोड़ की ग्रांट जो एनपीएस के समय हर वर्ष मिलती थी उसे बंद कर दिया। जेपी नड्डा के हिमाचल के होने के बावजूद आपदा में जो मदद हिमाचल को मिलनी चाहिए थी नहीं मिली।
उन्होंने कहा कि नड्डा अब हिमाचल वोट लेने के लिए आ रहे हैं। अब वह स्वयं को हिमाचल का बेटा बताएंगे। उन्होंने सवाल किया है कि आपदा के समय हिमाचल का बेटा कहां था? केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एनएच और साथ लगती सड़कों को दुरुस्त करने के लिए पांच सौ करोड़ की घोषणा की थी आज तक पांच रुपए नहीं मिले हैं। केंद्र सरकार प्रदेश के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है।
उन्होंने बीजेपी पर चुनावों में गड़बड़ी करने का भी आरोप लगाते हुए कहा कि हाल ही में हुए कुछ राज्यों के विधानसभा चुनाव नतीजे अपेक्षा के प्रतिकूल रहे हैं। बीजेपी का विश्वास लोकतंत्र और न्यायपालिका में नहीं हैं। बीजेपी की कार्यप्रणाली आम जनता के विरुद्ध है।