जिला परिषद सदस्यों ने आज त्रैमासिक बैठक का बहिष्कार करते हुए तीन विभाग के अधिकारियों पर बैठक में ना आने का आरोप लगाया है
बता दें कि जिला परिषद की बैठक 1 मार्च को होनी तय हुई थी परंतु उस दिन बैठक न होने के चलते आज बैठक आयोजित हुई थी जिसका जिला परिषद के सभी सदस्यों ने बहिष्कार कर दिया,,
जिला परिषद अध्यक्ष रमेश ठाकुर का कहना है कि इस समय जो हालात बने हैं उसको देखकर लगता है कि ब्यूरोक्रेट्स ,राजनीतिज्ञयो पर हावी होने लगा है,, आज की बैठक में भी तीन विभाग के अधिकारी उपस्थित नहीं रहे नोटिस देने के बावजूद भी कुछ अधिकारी लगातार मीटिंग में नहीं आ रहे जिसके चलते मदो पर चर्चा ही नहीं हो पा रही,,
उनका कहना है कि आज की बैठक में जल शक्ति विभाग एचआरटीसी विभाग , और पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी आज की बैठक में नहीं आए परंतु अपने ही विभाग के जूनियर अधिकारियों को मीटिंग की अध्यक्षता करने के लिए भेज दिया ऐसे में कैसे जनता से जुड़े मुद्दों पर समर्थन बन पाएगा,,,
पाइपलाइन की समस्या अधिकतर जगह तो कोरोना काल के बाद से अभी तक बसें बंद है जब तक अधिकारी बैठक में नहीं आएंगे तो फिर कैसे हम विकास के कार्यों में गति ला सकेंगे।।
तो वही जिला परिषद की उपाध्यक्ष कमलेश से जब बात की तो उनका कहना है कि जिन मदो पर खंड स्तर पर समर्थन नहीं बन पाता है उन्हें जिला परिषद में लाया जाता है परंतु मीटिंग में अधिकारियों का ना आना शर्मसार है,, उन्हें भी अपनी जिम्मेदारियो को समझना चाहिए ताकि जिन विकास कार्यों पर लंबे समय से समर्थन नहीं बन पा रहा है वह पूरे हो सके।