वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने पकड़ बना ली है। मैच के पहले दो दिन भारतीय गेंदबाज और बल्लेबाज दोनों फेल रहे। लेकिन अभी भी टीम के पास वापसी का मौका है।
फॉलोऑन बचाने लक्ष्य, अकेले रहाणे नहीं कर पाएंगे कमाल
आज जब भारतीय टीम बैटिंग के लिए उतरेगी तो उसका पहला लक्ष्य फॉलोऑन बचाना होगा। टीम को इसके लिए 119 रन और बनाने हैं। अजिंक्य रहाणे और केएस भरत मैदान पर हैं, जबकि शार्दुल ठाकुर के रूप में एकमात्र ऐसा खिलाड़ी है जो बैटिंग कर सकता है। अगर यहां से फॉलोऑन पार हुआ तो किसी करिश्मा से कम नहीं होगा। रहाणे को अपना सर्वश्रेष्ठ देना होगा, जबकि दूसरे छोर पर भी सपोर्ट की जरूरत है।
अगर फॉलोऑन चूके तब क्या?
अगर भारतीय टीम फॉलोऑन चूकती है तो उसके लिए खतरे की घंटी होगी। ऑस्ट्रेलिया बैटिंग करने उतरता है तो गेंदबाजों को पहली पारी की असफलताओं को पीछे छोड़ वो करके दिखाना होगा, जिसकी किसी को उम्मीद नहीं है। अगर यहां भारतीय टीम को बैटिंग के लिए उतरना पड़ता है तो रोहित शर्मा को इंग्लैंड के खिलाफ शतक वाला कमाल करना होगा। उम्मीद होगी कि अन्य बैटर भी कम से कम इतना रन बनाएं कि भारत ऑस्ट्रेलिया को आखिरी दिन 350 या उससे अधिक का लक्ष्य दे सके। हालांकि, मौजूदा स्थिति देखकर यह मुश्किल लग रहा है। इसके बाद उन्हें आउट करने का काम सिराज सेना को करना होगा।
50-60 रन से काम नहीं चलेगा, 3 शतक या एक दोहरा शतक चाहिए
भारतीय टीम किसी भी परिस्थिति में दूसरी पारी खेलती है तो उसका काम 50-60 रनों से नहीं चलेगा। किस्मत बदलने के लिए कम से कम 3 शतक या एक दोहरा शतक लगाना होगा। अगर वह चौथी पारी खेलता है तो उसे या तो लक्ष्य पाना होगा या फिर अपने विकेट को बचाए रखते हुए मैच ड्रॉ कराने पर फोकस करना होगा। दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलियाई टीम फिलहाल 20 विकेट लेने में सक्षम दिख रही है। यह टास्क भी रोहित सेना के लिए मुकिश्ल है, लेकिन नामुमकिन नहीं।
पैट कमिंस की रणनीति से करनी होगी कप्तानी
रोहित शर्मा ने आईपीएल खेलकर लौटे गेंदबाजों से लंबे स्पैल करवाए। नतीजा यह रहा कि शमी और सिराज जल्दी थक गए। इसका सुनील गावस्कर और सौरव गांगुली मजाक भी बनाते दिखे। दूसरी ओर, पैट कमिंस अलग रणनीति से उतरे थे। उन्होंने शुरुआत 10 ओवरों में 3 गेंदबाजों का इस्तेमाल किया। बोलैंड, स्टार्क और खुद पैट कमिंस ने मोर्चा संभाला। 12वें ओवर में कैमरून ग्रीन को गेंद पकड़ा दी। ऐसे में उनके गेंदबाजों को आराम करने का मौका मिला और उनकी गति में कोई कमी नहीं आई। रोहित को अब दूसरी पारी में इस रणनीति को फॉलो करना होगा।
बादल, बारिश और किस्मत का साथ
अब इतना करने के बाद भारत को किस्मत का सहारा भी चाहिए। अगर बारिश हो तो कम से कम इतना हो कि मैच धुल जाए या फिर जब तक भारत बल्लेबाजी करे ओवरकास्ट कंडीशन न ही हो। अगर ऐसा हुआ तो भारतीय बल्लेबाज कंगारू पेसर्स के आगे फैल जाएंगे इसमें कोई शंका नहीं है। दूसरी ओर, अगर ऑस्ट्रेलियाई बैटिंग के दौरान ओवरकास्ट कंडीशन होती है तो भारतीय पेसर्स को फायदा मिलेगा, जो अच्छा होगा।