हंगरी के बुडापेस्ट में चल रहे वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में भारतीय खिलाड़ियों ने ऐतिहासिक प्रदर्शन किया है. फिलहाल भारत ने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2023 में अभी तक एक भी मेडल नहीं जीता है. इस चैंपियनशिप में देश भर को नीरज चोपड़ा से उम्मीद थी. लेकिन इसी बीच भारतीय पुरुष 4×400 मीटर रिले टीम ने शनिवार को कमाल कर दिखाया और भारत के लिए एक और मेडल की उम्मीदों को जगा दिया.
4×400 मीटर रिले दौड़ में भारत ने रचा इतिहास
दरअसल, भारत की पुरुष टीम ने इस चैम्पियनशिप की चार गुणा 400 मीटर रिले दौड़ स्पर्धा के फाइनल में प्रवेश कर इतिहास रच दिया है. भारतीय टीम ने पहली बार इस इवेंट के फाइनल में जगह बनाई है. भले ही भारतीय टीम सेमीफाइनल हीट में संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर रही, मगर टीम ने फाइनल के लिए क्वालीफाई कर एशियाई रिकॉर्ड बना डाला. शनिवार को जैसे ही प्रतियोगी पुरुषों की 4×400 मीटर रिले दौड़ में पहले सेमीफाइनल के अंतिम चरण में पहुंचे, स्टेडियम में हलचल मच गई, क्योंकि भारत फिनिश लाइन के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ कड़ी टक्कर ले रहा था.
दूसरे स्थान पर रह कर फाइनल में बनाई जगह
इस मुकाबले के दौरान ट्रेवर बैसिट, मैथ्यू बोलिंग, क्रिस्टोफर बेली और जस्टिन रॉबिन्सन की यूएसए टीम अंततः 2:58.47 में हीट जीतने के लिए आगे बढ़ी, वहीं भारत 2:59.05 के एशियाई रिकॉर्ड के साथ दूसरे स्थान पर रहा. भारत के मुहम्मद अनस याहिया, अमोज जैकब, मुहम्मद अजमल वरियाथोडी और राजेस रमेश की चौकड़ी ने 3 मिनट से भी कम समय में एक नया एशियाई रिकॉर्ड स्थापित करने के लिए शानदार दौड़ लगाई.
तोड़ा एशियाई रिकॉर्ड
भारतीय पुरुष टीम ने दो मिनट 59.05 सेकेंड का समय लेते हुए चार गुणा 400 मीटर रिले दौड़ में एशियाई रिकॉर्ड तोड़ा. पिछला रिकॉर्ड जापानी खिलाड़ियों के नाम था, जिन्होंने 2 मिनट 59.51 सेकेंड में ये रेस पूरी की थी. भारत को हीट-1 में अमेरिका के रखा गया था, जिसने टॉप पर रहकर फाइनल के क्वालिफाई किया. अमेरिकी खिलाड़ियों ने दो मिनट 58.47 सेकेंड में रेस पूरा किया. भारत ग्रेट ब्रिटेन और बोत्सवाना जैसे टीमों से रेस में आगे रहा, जो हैरतअंगेज प्रदर्शन था. हीट-2 से जमैका (2:59:82 सेकेंड), फ्रांस (3:00:05 सेकेंड) और इटली (3:00:14 सेकेंड) और नीदरलैंड (3:00:23 सेकेंड) ने फाइनल में जगह बनाई.
भारत ने मुहम्मद अनस याहिया के साथ शुरुआत की जो पहले रन के बाद छठे स्थान पर थे. इसके बाद अमोज जैकब की शानदार रनिंग ने भारत को दूसरे स्थान पर पहुंचा दिया. फिर मुहम्मद अजमल वरियाथोडी और राजेश रमेश ने उस बहुमूल्य बढ़त को बरकरार रखा. राजेश ने तो एंकर लेग में यूएसए के जस्टिन रॉबिन्सन को भी क्षण भर के लिए पछाड़ दिया, जिससे स्टेडियम में मौजूद फैन्स आश्चर्यचकित रह गए.
बता दें कि भारत अबतक विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में केवल दो ही पदक जीत पाया है. साल 2003 में अंजू बॉबी जॉर्ज ने महिलाओं की लंबी कूद में कांस्य पदक जीता था. उसके बाद जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने पिछले साल अमेरिका के यूजीन में हुई चैम्पियनशिप में भारत को सिल्वर मेडल दिलाया था. इस बार विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में भारत की झोली में कुछ पदक आ सकते हैं. आज नीरज चोपड़ा, डीपी मनु और किशोर जेना मेन्स जैवलिन थ्रो के फाइनल में अपनी चुनौती पेश करेंगे. वहीं चार गुणा 400 मीटर रिले दौड़ के फाइनल में भारतीय टीम मुकाबला करेगी.