सोलन जिला में किसानों को बेहतर सिंचाई सुविधाएं उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से 19 उप-परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है, जिनमें से लगभग 13 से 14 परियोजनाएं पूरा हो चुकी हैं। जिला परियोजना प्रबंधक डॉ. राजेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि इन परियोजनाओं का मुख्य लक्ष्य किसानों को आश्वस्त सिंचाई सुविधा प्रदान करना और जल दक्षता को बढ़ावा देना है।
राजेंद्र सिंह ने कहा कि किसानों को आधुनिक सिंचाई तकनीकों के उपयोग, जल प्रबंधन एवं फसलों के अनुसार कुशल सिंचाई पद्धतियों का प्रशिक्षण नियमित रूप से दिया जा रहा है। इससे न केवल पानी की बर्बादी रोकने में मदद मिलती है, बल्कि कम पानी में अधिक उत्पादन प्राप्त करने की दिशा में भी किसानों को लाभ होता है।
प्रत्येक परियोजना के तहत किसान विशेषक संघ (केवीए) का गठन किया गया है, जो विधिवत पंजीकृत संस्था है। इन संघों के सदस्यों को प्रशिक्षण के साथ-साथ एक्सपोजर विज़िट पर भी भेजा जाता है ताकि वे उन्नत तकनीकों को समझकर अपने क्षेत्रों में लागू कर सकें। डॉ. ठाकुर ने कहा कि इन सभी परियोजनाओं की सफलता में किसान संघों की सक्रिय भागीदारी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है