जोगिंदर नगर की महिलाओं ने आत्मनिर्भरता की ओर एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है। आरती ग्राम संगठन की महिलाओं ने हर्बल होली के रंग तैयार कर एक नई पहल की शुरुआत की है। इस संगठन में लगभग पंद्रह से बीस महिलाएं कार्यरत हैं, जो पंचगव्य दीया भी बनाती हैं। इन महिलाओं ने घर बैठे ही प्राकृतिक और स्वास्थ्यवर्धक होली के रंग तैयार करना शुरू किया, जो पर्यावरण के लिए भी लाभदायक हैं।
महिलाएं इन रंगों को बनाने के लिए प्राकृतिक सामग्रियों जैसे गुलाल, फूलों की पंखुड़ियाँ और पौधों के रंगों का उपयोग कर रही हैं। यह पहल न केवल महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बना रही है बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी सहायक सिद्ध हो रही है।
आरती ग्राम संगठन की महिलाएं होली के रंगों के अलावा अन्य उत्पाद भी बना रही हैं। इस पहल के बारे में शांति देवी फाउंडेशन के संस्थापक श्रवण ने जानकारी देते हुए कहा कि जिस तरह महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं, वैसे ही उनकी फाउंडेशन का मुख्य उद्देश्य भी महिलाओं को सशक्त बनाना है। उन्होंने आगे कहा कि भविष्य में भी ऐसे प्रोजेक्ट के माध्यम से महिलाओं को आगे बढ़ाने का प्रयास जारी रहेगा।
यह पहल न केवल महिलाओं के लिए आर्थिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त कर रही है, बल्कि समाज में भी एक सकारात्मक संदेश दे रही है कि यदि महिलाओं को सही अवसर मिले तो वे आत्मनिर्भरता की मिसाल कायम कर सकती हैं।