लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Winter Health Care: सर्दियों में इन्फेक्शन होना कोई बड़ी बात नहीं है। सर्दियां शुरू होते ही सर्दी-जुकाम, बुखार, खांसी, गले में खराश और दर्द, नाक बहना, एलर्जी और कई तरह के इन्फेक्शन होने लगते है। इसकी वजह से खूब कफ बनने लगता है और फिर यह सीने में जकड़न बन जाता है। ऐसे में अगर समय रहते इलाज नहीं मिल पाता है, तो इसके भयंकर परिणाम भुगतने पड़ते हैं।

अक्सर लोगों का ऐसा मानना होता है कि ठंड लगने की वजह से हुआ सर्दी-जुकाम ही कफ की वजह होता है। हालांकि, यह पूरी तरह से सही नहीं है। दरअसल, जब हम सांस लेते हैं तो हमारी सांसों के साथ धूल के कण, बैक्टीरिया और धुआं भी शरीर के अंदर चले जाते हैं। ऐसे में हमारे शरीर में दो तरह का कचरा बनने लगता है, एक धूल और प्रदूषण से और दूसरा कार्बन–डाईऑक्साइड से बनता है।

 

कैसे बनता है कफ?

कार्बन डाईऑक्साइड से बनने वाला कचरा तो सांस के साथ बाहर निकल जाता है, लेकिन धूल और प्रदूषण से बनने वाला कचरा हमारे फेफड़ों में जमा हो जाता है और यही जमा हुआ कचरा शरीर में पानी की कमी होने पर ये फेफड़ों में ही सड़ जाता है और फिर कफ का रूप ले लेता है। इसी कफ की अधिकता से गले में जलन और खराश होने लगती है। ऐसे में कफ से राहत पाने के लिए आप इन फूड आइटम्स का इंतजार कर सकते हैं।

अदरक का काढ़ा

अदरक, गुड़, तुलसी, और काली मिर्च का काढ़ा बहुत ही फायदेमंद होता है। ये गले की खराश दूर करता है। साथ ही कफ को भी खत्म करने में मदद करता है।

ओट्स

ओट्स में मौजूद प्रोटीन, विटामिन और मिनरल आपकी इम्युनिटी को बूस्ट करते हैं, जिससे आपमें सर्दी-जुकाम से लड़ने के लिए इम्युनिटी बढ़ती है। इतना ही नहीं ये बीपी भी नॉर्मल रखने में मदद करता है।

दही

सुनने में जरा अजीब लग रहा होगा कि सर्दी और दही, ये कैसी बात हुई भला! लेकिन ये सच है कि दही खाना सर्दी में बच्चों और वयस्कों दोनों के लिए फायदेमंद होता है। एक शोध में पाया गया है कि प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन और मिरनल से भरपूर दही ठंडी तासीर की होती है, जो कि गले को आराम पहुंचाती है। साथ ही इसमें मौजूद प्रोबायोटिक्स स्वास्थ्य कारक होता है। हां, ये ध्यान जरूर रखें कि हमेशा घर की बनी हुई ताजी दही खाएं।

मसालेदार चीजों का सेवन करें

गर्म मसालों से बनने वाले डिश जैसे मीट, मटन, चिकन या चिकन सूप जैसी चीजें सर्दी जुकाम में राहत पहुंचाने का काम करती हैं।