भाजपा के वरिष्ठ नेता रामलाल मार्कंडेय ने सोलन में मीडिया से अनौपचारिक बातचीत के दौरान कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार जनजातीय क्षेत्रों की अनदेखी कर रही है और इसका ताजा उदाहरण राज्य के बजट में साफ दिखता है। मार्कंडेय के अनुसार, पहले हिमाचल के बजट का 9% हिस्सा जनजातीय क्षेत्रों के विकास के लिए निर्धारित होता था, लेकिन इस बार यह घटाकर तीन प्रतिशत से भी कम कर दिया गया है। उन्होंने इसे जनजातीय समुदाय के साथ सीधा धोखा बताया।रामलाल मार्कंडेय ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू लाहौल-स्पीति में जाकर वहां के लोगों को गुमराह कर रहे हैं। मुख्यमंत्री द्वारा दो हाइड्रो प्रोजेक्ट लगाने की बात कही जा रही है, जिसमें LADA के तहत विकास का दावा किया गया है। लेकिन मार्कंडेय ने स्पष्ट किया कि LADA के तहत केवल 2% क्षेत्र को लाभ मिलता है, और अब मुख्यमंत्री केवल 1% लाभ देने की बात कर रहे हैं, जो क्षेत्रवासियों के हित में नहीं है।उन्होंने कहा कि लाहौल-स्पीति की भूमि भूगर्भीय दृष्टि से बेहद संवेदनशील है, और अगर यहां भारी निर्माण कार्य हुआ, तो इसका अस्तित्व ही खतरे में पड़ सकता है। भाजपा नेता ने यह भी दोहराया कि वे लाहौल-स्पीति को कभी उत्तराखंड या किन्नौर जैसा बनने नहीं देंगे, जहां विकास की आड़ में प्रकृति का दोहन हुआ है।मार्कंडेय ने क्षेत्र की विधायिका पर भी तंज कसा और कहा कि वह केवल भाषण देकर लोगों की भावनाओं से खेल रही हैं, जबकि क्षेत्र का वास्तविक विकास पूरी तरह से रुक चुका है।बाइट रामलाल मार्कंडेय