पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर प्रहार करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री ने अपने निर्वाचन क्षेत्र के तहत आईपीएच की एक स्कीम के क्रियान्वयन के लिए नदी क्षेत्र में आ रही अपने परिवार की थोड़ी सी जमीन के एवज में सरकारी खजाने से 18 लाख रुपए का मुआवजा लेने का कीर्तिमान तो बना दिया लेकिन क्या वह अन्य प्रभावित लोगों को भी इसी तर्ज पर सरकारी खजाने से मुआवजा राशि देने की उदारता दिखाएंगे या फिर ऐसी नीति उन्होंने सिर्फ अपने व परिवार के लिए ही बनाई है।
राजेंद्र राणा ने कहा कि प्रदेश में आईपीएच विभाग की सैकड़ो स्कीमें हैं जिनके क्रियान्वयन के लिए जनता ने अपनी भूमि जनहित को सामने रखकर सरकार को दी है तो क्या ऐसी दानवीर लोगों को भी सरकारी खजाने से जमीन के एवज में मुआवजा राशि दी जाएगी। वाटर टैंकों के निर्माण के लिए भी लोग अपनी भूमि दे देते हैं तो क्या उन्हें भी सरकार समुचित मुआवजा देगी।