कांग्रेस उम्मीदवार कमलेश ठाकुर का चुनाव प्रचार तेजी पकड़ता जा रहा है। रविवार को उन्होंने लगभग एक दर्जन नुक्कड़ सभाएं कर लोगों का समर्थन मांगा। उन्होंने कहा कि देहरा के पूर्व निर्दलीय विधायक बताएं कि वह एक महीने तक विधानसभा क्षेत्र में क्यों नहीं आए। जनता ने जब पांच साल के लिए चुनकर भेजा था तो 14 महीने बाद विधायकी क्यों छोड़ दी। वह अपनी फाईलें लेकर ही मुख्यमंत्री के पास आते थे। जनता के काम मुख्यमंत्री ने खुद रूचि लेकर किए। पूर्व विधायक को तो और ही कामों की पड़ी रहती थी।
हरिपुर, बासा, महेवा, नौशहरा, कल्लर में कमलेश ठाकुर ने कहा कि मुझे चुनाव लड़ाने का फैसला हाईकमान का है। कांग्रेस चुनाव लड़ने से न डरी न कभी डरेगी। मैं अकेली नहीं हूं जो किसी राजनीतिज्ञ के परिवार से चुनाव लड़ रही हूं। भाजपा, कांग्रेस समेत अधिकतर दलों में मुख्यमंत्रियों, मंत्रियों व विधायकों के परिवार से कोई न कोई चुनाव लड़ता रहा है।
मैं देहरा के विकास के लिए चुनाव लड़ रही हूं। अनेक सालों से देहरा विकास का दंश झेल रहा है। पूर्व निर्दलीय विधायक के कारण 14 महीने देहरा में विकास ठप रहा। अब देहरा की ध्याण विधायक बनने के बाद क्षेत्र में विकास की नई इबारत लिखेगी। मुझे सचिवालय जाकर काम करवाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, मुख्यमंत्री से घर में ही काम करवा लूंगी।
पूर्व निर्दलीय विधायक को देहरा की याद तब नहीं आई जब विधायकी छोड़ी। भाजपा के हाथों में खेलते रहे और चंडीगढ़, दिल्ली, गुरूग्राम, उत्तराखंड में रहने के साथ गंगा में अपने पाप धोने की कोशिश करते रहे। होशियार सिंह को उस समय जनता के बीच आना चाहिए था जब विधायक पद से इस्तीफा दिया, जिन्होंने वोट दिए थे उनसे एक बार पूछ लेते कि विधायकी छोड़कर दोबारा विधायक का चुनाव लड़ने जा रहा हूं।