कौन हैं कश्मीरी क्रिकेटर आमिर हुसैन लोन, जिनकी तेंदुलकर और अदानी ने की तारीफ़

कौन हैं कश्मीरी क्रिकेटर आमिर हुसैन लोन, जिनकी तेंदुलकर और अदानी ने की तारीफ़

आमिर हुसैन लोन

सचिन तेंदुलकर के बाद अब उद्योगपति गौतम अदानी ने जम्मू और कश्मीर के विकलांग क्रिकेटर आमिर हुसैन लोन की तारीफ़ की है.

अदानी ने जम्मू कश्मीर की पैरा क्रिकेट टीम के कप्तान लोन की मदद करने का भी भरोसा दिया है.

समाचार एजेंसी एएनआई के एक वीडियो के ज़रिए आमिर हुसैन लोन का संघर्ष सामने आने के एक दिन बाद गौतम अदानी ने अपने एक्स हैंडल से ये एलान किया.

एएनआई के वीडियो को रिट्वीट करते हुए अदानी ने लिखा, “आमिर की ये भावुक कर देने वाली कहानी अद्भुत है! हम आपकी हिम्मत, खेल के प्रति निष्ठा और विपरीत परिस्थिति में भी कभी हार न मानने वाले जज़्बे को प्रणाम करते हैं.”

गौतम अदानी ने ये भी कहा कि अदानी फाउंडेशन आमिर हुसैन लोन से शीघ्र संपर्क करके उनके इस बेमिसाल सफ़र में हरसंभव सहयोग करेगा.

उन्होंने लिखा, “आपका संघर्ष, हम सबके लिए प्रेरणा है.”

इससे पहले शुक्रवार को सचिन तेंदुलकर ने लोन के वीडियो को रिट्वीट करते हुए लिखा था कि आमिर ने असंभव को संभव कर दिया है.

तेंदुलकर ने एक्स पर लिखा था, “और आमिर ने असंभव को संभव कर दिखाया. मैं इसे देखकर बहुत प्रभावित हुआ हूं! इससे पता चलता है कि उनके मन में खेल के प्रति कितना प्यार और समर्पण है.”

वीडियो में सचिन की जर्सी पहनकर खेल रहे आमिर के बारे में उन्होंने ये भी कहा, “उम्मीद है कि मैं एक दिन उनसे मिलूंगा और उनसे उनके नाम वाली जर्सी लूंगा. क्रिकेट खेलने के शौकीन लाखों लोगों को प्रेरित करने के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया.”

अदानी और सचिन को कहा धन्यवाद

आमिर हुसैन लोन ने गौतम अदानी के एलान का स्वागत करते हुए उनका शुक्रिया अदा किया है.

लोन ने कहा, “सबसे पहले मैं शुक्रिया अदा करना चाहता हूं अदानी साब को, जिन्होंने इस काबिल मुझे समझा है. मुझे बहुत स्ट्रगल करना पड़ा है. आज मैं बहुत ख़ुश हूं कि सचिन सर ने और अदानी सर ने भी ट्वीट किया है. उम्मीद करता हूं कि मुझे ज़रूर हेल्प मिल जाएगी.”

उन्होंने कहा कि कभी नहीं सोचा था कि मेरे देश के इतने महान लोग मेरे बारे में ट्वीट करेंगे.

कौन हैं आमिर हुसैन लोन

अनंतनाग ज़िले के बिजबेहरा के वाघामा गांव के निवासी 34 साल के आमिर हुसैन लोन के दोनों हाथ नहीं हैं. लेकिन जन्म से ऐसा नहीं था.

वे जब आठ साल के थे, तब अपने पिता की मिल में हुई दुर्घटना में उन्होंने अपने दोनों हाथ खो दिए.

उसके कुछ साल बाद उनके एक टीचर ने उनका परिचय क्रिकेट से कराया. वे अपने कंधे और गर्दन के सहारे बल्लेबाज़ी करते हैं, जबकि गेंदबाज़ी वे अपने पैर से करते हैं.

आमिर फ़िलहाल अपने राज्य की पैरा क्रिकेट टीम के कप्तान हैं. वे 2013 से प्रोफेशनल क्रिकेट खेल रहे हैं.