Who Is Dr. Vikram Harijan: कौन है प्रोफेसर विक्रम, जिसने कह दी श्री राम-कृष्ण को जेल भेजने की बात? एक टिप्पणी से मचा बवाल

इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के मध्यकालीन इतिहास विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ विक्रम हरिजन एक बार फिर से अपने बयान के कारण विवादों में फंस गए हैं. इससे पहले भी विक्रम हरिजन हिंदू देवी-देवताओं पर अमर्यादित और विवादित टिप्पणी करने के कारण विवादों से घिरे रहे हैं. 2019 में शिवलिंग पर मूत्र विसर्जित करने का बयान देकर विवादों में घिर चुके विक्रम पर इस बार भगवान श्री राम और श्री कृष्ण पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अमर्यादित टिप्पणी करने का आरोप लगा है.

भगवान श्री राम पर की विवादित टिप्पणी

2019 के अपने इस बयान के बाद वह मॉब लिंचिंग के डर से 50 दिनों तक यूनिवर्सिटी कैंपस में नहीं घुसे थे. भगवान श्री राम और श्री कृष्ण पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अमर्यादित टिप्पणी करने के बाद डॉ. विक्रम हरिजन के खिलाफ प्रयागराज पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. विक्रम के खिलाफ ये मुकदमा शहर के कर्नल गंज पुलिस स्टेशन में दर्ज हुआ है. हिंदू संगठन प्रोफेसर डॉ. विक्रम हरिजन के खिलाफ पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.

डॉ. विक्रम ने क्या लिखा?

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इलाहाबाद विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर विक्रम ने भगवान श्री राम और श्री कृष्ण के खिलाफ सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक विवादित पोस्ट किया था. उन्होंने 22 अक्टूबर को अपने एक्स अकाउंट पर लिखा था कि “यदि आज प्रभु श्री राम होते तो मैं ऋषि शंभूक का वध करने के लिए उनको आईपीसी की धारा 302 के तहत जेल भेज देता. इसके अलावा उन्होंने श्री कृष्ण को लेकर लिखा कि यदि आज श्री कृष्ण होते तो मैं महिलाओं के साथ सेक्सुअल हैरेसमेंट के केस में उन्हें भी जेल भेजता. ”

कौन हैं डॉ. विक्रम हरिजन?

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में मध्यकालीन इतिहास पढ़ाने वाले डॉ विक्रम यहां असिस्टेंट प्रोफेसर हैं. जब से भगवान श्री राम और श्री कृष्ण को लेकर उन्होंने टिप्पणी की है, विश्व हिंदू परिषद, हिंदू जागरण मंच और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं में गुस्सा देखने को मिल रहा है. इसको लेकर हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने कर्नल गंज पुलिस स्टेशन के अधिकारियों से मुलाकात की है और लिखित तहरीर देकर सख्त कार्रवाई की मांग की है. वहीं, पुलिस ने भी प्रोफसर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है.

प्रोफेसर विक्रम के अनुसार, वह इतिहास के टीचर हैं और वह किताबें पढ़ते हैं. उनका कहना है कि उन्होंने जो भी पोस्ट किया वो सब उन्हीं किताबों में वह पढ़ चुके हैं. इससे अलग उन्होंने कुछ भी नहीं लिखा. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों पर ये भी कहा कि, “मैंने संविधान के दायरे में रहकर ये बात लिखी है. भगवान राम ने शम्भुक की हत्या इसलिए की क्योंकि वो शुद्र जाति का था. वो युवाओं को शिक्षा दे रहा था. वहीं भगवान कृष्ण महिलाओं के कपड़े लेकर भाग जाते थे.”

पहले भी दे चुके हैं विवादित बयान

विक्रम इसके पहले भी अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहे हैं. उनका एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता बोले जाने का विरोध करते हुए ज्योतिबा फुले को राष्ट्रपिता कहने की बात कर रहे थे. तब भी उनके इस बयान पर खूब विवाद हुआ था.

डॉ. विक्रम हाल में ही छात्रों द्वारा फीस वृद्धि के खिलाफ चलाए जा रहे आंदोलन में उनके साथ खड़े नजर आए थे. उन्होंने छात्रों के आमरण अनशन और धरने में जाकर उनका समर्थन किया था. जिसको लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने उन्हें नोटिस जारी कर जवाब मांगा था.