कार्टून्स हमेशा से बच्चों के पसंदीदा रहे हैं. जिन दिनों बच्चों के पास मनोरंजन के बेहद कम संसाधन हुआ करते थे उन दिनों उनके हाथ में रिमोट होने का एक ही मतलब होता था, टीवी पर कार्टून चलना. आज भी कई तरह के कार्टून शो हैं मगर इनकी लोकप्रियता सिर्फ छोटे बच्चों तक ही सीमित मगर एक समय था जब बढ़ती उम्र के बच्चे और बड़े भी कार्टून्स का आनंद लेते थे. समय के साथ वो हंसाने गुदगुदाने वाले कार्टून हमसे बहुत दूर हो गए. मगर इनकी लोकप्रियता को देखते हुए इन्हें टीवी स्क्रीन से उठा कर बड़े पर्दे तक लाया गया.
आज हम आपको ऐसे ही कुछ कार्टून शोज़ के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी लोकप्रियता देख उन पर मूवीज़ बनाई गईं
1. द जंगल बुक (The Jungle Book)
1865 में भारत में जन्में रुडयार्ड किपलिंग ने ‘द जंगल बुक’ नाम से साल 1894 में शॉर्ट स्टोरीज पब्लिश करवाईं. इन कहानियों में रुडयार्ड के पिता ने चित्र भी बनाए थे. वॉल्ट डिज्नी ने जो आखिरी फिल्म बनाई वो इसी किताब की कहानियों पर आधारित थी. उन्होंने 1967 में जंगल बुक नाम से फिल्म बनाई जो सुपरहिट रही. हालांकि भारत की बात करें तो यहां मोगली (माउगली) की कहानी को तब पहचान मिली जब द जंगल बुक नाम से ही एक कार्टून दूरदर्शन पर प्रसारित होना शुरू हुआ. देखते ही देखते ये शो इतना लोकप्रिय हुआ कि बच्चे बच्चे की जुबान पर ‘जंगल जंगल बात चली है’ रट गया. बता दें कि ये एक जापानी टीवी सीरीज था. जिसे हिंदी में डब कर दूरदर्शन पर दिखाया गया था.
इस कार्टून की लोकप्रियता को देखते हुए साल 2016 में इसी पर आधारित फिल्म जंगल बुक रिलीज हुई थी. इस फिल्म को अपने विजुएल इफेक्ट्स के लिए ऑस्कर अवॉर्ड मिला था. फिल्म में इंडियन-अमेरिकन नील सेठी ने मोगली का किरदार निभाया था. कुछ समय बाद नेटफ्लिक्स पर मोगली: लेजेंड ऑफ द जंगल नाम से भी एक फिल्म रिलीज हुई थी.
2. स्कूबी डू (Scooby Doo)
1969 में शुरू हुआ ये कार्टून उस समय बच्चों की सबसे फेवरेट वाली लिस्ट में था जब भारत के हर घर में रंगीन टीवी और केबल कनेक्शन अपनी जगह बना रहे थे. उसी दौरान कार्टून नेटवर्क ने बच्चों का मन मोह लिया और एक डरपोक कुत्ते की ये कहानी CN के सबसे लोकप्रिय शोज़ में से एक बन गई. इसमें फ्रेड जोन्स, डाफ्ने ब्लैक, वेलमा, डिंकले और नॉरविले रोजर्स जैसे दोस्तों की टोली अपने डॉगी स्कूबी के साथ रहस्यों को सुलझाती थी.
कार्टून की लोकप्रियता ऐसी रही कि इसके सैकड़ों एपिसोड बनाने के बाद इस पर 4 फिल्में भी बनाई गईं. इनमें Scooby-Doo जून 14, 2002 को रिलीज हुई. इसके बाद मार्च 26, 2004 को Scooby-Doo 2: Monsters Unleashed, सितंबर 13, 2009 को Scooby-Doo! The Mystery Begins और अक्टूबर 16,2010 को Scooby-Doo! Curse of the Lake Monster नामक फिल्में रिलीज हुईं.
3. टॉम एंड जेरी (Tom And Jerry)
1940 में टीवी पर शुरू हुए इस कार्टून को अगर इतिहास का सबसे हंसाने वाला कार्टून कहा जाए तो ये गलत नहीं होगा. ये पूरी कहानी एक चूहे और बिल्ली के बीच कभी न खत्म होने वाली लड़ाई पर आधारित थी. 90 के दशक में यह कार्टून बच्चों के पसंदीदा कार्टून (कार्टून ) में से एक था और आज भी बच्चे इस कार्टून को बहुत पसंद करते हैं. इस एनिमेशन को जोसेफ बारबरा ने बनाया था.
टीवी पर सभी का दिल जीतने के बाद 2021 में इसे बड़े परदे पर लाया गया और इसी नाम से एक फिल्म बनाई गई. फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे टॉम और जेरी की जोड़ी एक होटल में उत्पात मचाते हैं. कायला नामक लड़की को एक शाही शादी को ऑर्गनाइज करने का जिम्मा मिलता है. इस दौरान टॉम उसकी सबसे बड़ी परेशानी बन जाता है. जिससे निपटने के लिए वो उसके दुश्मन जेरी की मदद लेती है. इससे पहले वर्ष 1992 में ‘टॉम एंड जेरी- द मूवी’ शीर्षक वाली फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी.
4. पोपॉय (Popeye)
यह अमेरिकी टीवी कार्टून जिसमें एक आंख वाले नाविक पोपॉय को पालक खाकर ताकत मिलती थी, एक समय बच्चों के बीच बेहद लोकप्रिय हुआ. उस समय के बच्चे भी पोपॉय से पालक खाना सीखते थे ताकि वे उनकी तरह मजबूत बन सकें. यह कार्टून क्लासिक कार्टून संग्रह में से एक था. 1982 में पोपॉय नाम से ही एक फिल्म भी रिलीज हुई थी, जिसे बड़े पर्दे पर दिखाया गया था.
5. अलादीन (Aladdin)
महल के सिपाहियों से बचने के लिए बंडी-पैजामे में एक छत से दूसरी छत पर कूदते लड़के और चिराग घिसने पर उसमें से निकलने वाले उसके नीले जिन को भला हम कैसे भूल सकते हैं. आज भी अलादीन का नाम लेने पर ‘ये है अरेबियन नाइट्स’ गीत अपने आप बजने लगता है. यह कार्टून आज भी बच्चों के बीच काफी लोकप्रिय है. 1994 में शुरू हुए इस शो में अलादीन के पास एक उड़ने वाला कालीन भी था
2019 में इसी नाम से इस कार्टून को बड़े पर्दे पर लाया गया. फिल्म में सबसे ज्यादा आकर्षण का कारण बने हॉलीवुड स्टार विल स्मिथ, जिन्होंने इसमें जिनी की भूमिका निभाई थी.
6. द फ्लिंटस्टोन्स
फ्लिन्टस्टोन एक एनिमेटेड अमेरिकी टीवी कार्टून सीरियल है, जिसका प्रसारण एबीसी पर 1960-1966 तक किया गया. यह पहली प्राइम टाइम कार्टून श्रृंखला थी, जो वयस्कों को ध्यान में रखकर बनाई गई थी. हन्ना बारबरा प्रोडक्शंस द्वारा निर्मित इस श्रृंखला की कहानी एक पाषाणयुगीन श्रमिक वर्ग से जुड़े व्यक्ति फ्लिन्टस्टोन और उसके परिवार के साथ साथ उसके पड़ोसी के जीवन से जुड़ी थी. भारत में भी इस कार्टून को खूब पसंद किया गया. 1994 में इसी नाम से एक फिल्म भी बनाई गई.
7. कैस्पर
क्या आपको कैस्पर याद है? हां दुनिया का सबसे प्यारा भूत जिसे देखते ही प्यार हो जाए. कैस्पर को 1945 से 1959 तक द फ्रेंडली घोस्ट नामक 55 नाटकीय कार्टूनों में दिखाया गया. इस चरित्र को 1952 से हार्वे कॉमिक्स द्वारा प्रकाशित कॉमिक पुस्तकों में चित्रित किया गया. हार्वे ने 1959 में इस चरित्र को सीधे खरीद लिया. जिसके बाद कैस्पर हार्वे के सबसे लोकप्रिय पात्रों में से एक बन गया.
हार्वे द्वारा चरित्र खरीदने के बाद, वह पांच टेलीविजन श्रृंखलाओं में दिखाई दिए : मैटीज़ फ़नडे फ़नीज़ (1959-1961), द न्यू कैस्पर कार्टून शो (1963-1970), कैस्पर एंड द एंजल्स (1979-1980), द स्पूकटैकुलर न्यू एडवेंचर्स ऑफ़ कैस्पर (1996-1998) और कैस्पर्स स्केयर स्कूल (2009-2012). इस किरदार ने यूनिवर्सल पिक्चर्स द्वारा 1995 में ‘कैस्पर’ नाम से लाइव-एक्शन फिल्म के तौर पर बड़े पर्दे पर उपस्थिति दर्ज कराई. ये किसी फिल्म में अभिनय करने वाला पहला कंप्यूटर-जनरेटेड चरित्र था.