हिमाचल में मौसम ने बदली करवट, तापमान में गिरावट, बर्फ की सफेद चादर से ढकी घाटियां

 हिमाचल प्रदेश में लंबे समय तक ड्राई स्पेल रहने के बाद अब बारिश और बर्फबारी का सिलसिला शुरू हो गया है. प्रदेश में लंबे समय से बारिश और बर्फबारी न होने के चलते जहां किसान-बागवान बेहद परेशान थे. वहीं, पर्यटन कारोबारियों को भी इससे खासा नुकसान पहुंच रहा था, लेकिन अब प्रदेश में बारिश और बर्फबारी शुरू हो गई है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि कृषि-बागवानी और पर्यटन क्षेत्र के लिए ये बारिश और बर्फबारी वरदान साबित होगी.

चंबा में बर्फबारी: जिला चंबा में भी बारिश-बर्फबारी का दौर जारी है. जिले के ऊपरी क्षेत्रों में जहां हिमपात हुआ. वहीं, निचले क्षेत्रों में बारिश हुई. पर्यटन नगरी डलहौजी के ऊपरी क्षेत्र डैंडकुंड, लक्कड़मंडी, जोत और कालाटॉप में इस सीजन की पहली बर्फबारी हुई है. वहीं, डलहौजी नगर, बनीखेत और बाथरी में बारिश ने तापमान कम किया है. लंबे समय के इंतजार के बाद आखिरकार जनवरी महीने की समाप्ति पर मौसम ने करवट बदल ली और इसके साथ ही लोगों ने भी राहत भरी सांस ली.

किसानों-बागवानों के लिए राहत भरी बारिश: गौरतलब है कि बारिश-बर्फबारी ने होने से फसलों और फलों पर बहुत बुरा असर पड़ा है. बारिश और बर्फबारी की कमी के चलते अधिकांश फसलें खराब होने की कगार पर हैं. ऐसे में अब उम्मीद जताई जा रही है कि ये बारिश-बर्फबारी फलों और फसलों के लिए फायदेमंद साबित हो. किसानों और बागवानों के चेहरे भी बारिश-बर्फबारी होने के बाद से खिल उठे हैं.

इस दिन तक बारिश-बर्फबारी का अनुमान: बता दें कि मौसम विभाग शिमला ने 4 फरवरी तक प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बारिश-बर्फबारी होने को लेकर भविष्यवाणी की है. ऐसे में अगर 4 फरवरी तक बारिश-बर्फबारी का दौर यूं ही जारी रहता है तो इसका फायदा किसानों बागवानों समेत पर्यटन कारोबारियों को भी मिलेगा. वहीं, पहाड़ों पर बर्फ गिरते ही तापमान अचानक लुढ़क गया है. जिससे ठंड बढ़ गई है. हालांकि इस बीच मैदानी इलाकों को कोहरे से निजात मिली है.