शरद केलकर एक ऐसे एक्टर हैं जो हर एक रोल में फ़िट बैठते हैं. चाहे वो हीरो हों या विलेन, पर्दे के सामने हों या पर्दे के पीछे से सिर्फ़ उनकी आवाज़ सुनाई दे रही हो, दर्शकों को बांध के रखते हैं शरद. पहले उन्होंने ‘सात फेरे’, ‘उत्तरन’ जैसे टीवी शोज़ के ज़रिए देश के हर घर तक पहुंचे. इसके बाद फ़िल्मों में अदाकारी और अपने वॉयस ओवर से दर्शकों का दिल जीता.
पहले शो की शूटिंग के पहले दिन ही निकाल दिया गया
टीवी सीरियल, ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म्स, फ़िल्मों और यहां तक की रिजनल सिनेमा तक में अपना लोग मनवा चुके हैं शरद केलकर. उनकी फ़ैन फ़ोलोइंग इतनी है कि लोग उन्हीं को छत्रपति शिवाजी के रोल में देखना चाहते थे और अक्षय कुमार तक को ट्रोल कर दिया था
गौरतलब है कि बहुत कम लोगों को ये पता होगा कि मशहूर वॉयस आर्टिस्ट शरद केलकर को पहले शो की शूटिंग के पहले दिन ही निकाल दिया गया था. एक इंटरव्यू में शरद केलकर ने खुद इस वाकये का ज़िक्र किया. शरद केलकर ने बताया कि डायरेक्टर ने उन्हें रिप्लेस करने की बात कर दी थी.
डायलॉग्स नहीं बोल पा रहे थे शरद केलकर
शरद केलकर ने बताया कि वो तकरीबन 2.5-3 साल से संघर्ष कर रहे थे. 2003 में उन्हें पहला शो मिला और वो बड़े प्रोडक्शन हाउस के साथ काम करने के लिए काफ़ी उत्साहित थे.
शरद ने बताया, ‘मैं बड़े प्रोडक्शन हाउस के सीरियल में काम करने के लिए और सेट पर जाने के लिए काफ़ी एक्साइटेड था. मेरे लिए ये सब काफ़ी नया था और मुझे एक्टिंग के बारे में कुछ नहीं पता था. मैं अब कह सकता हूं कि मैंने काफ़ी खराब एक्टिंग की लेकिन आप जब एक्टिंग कर रहे होते हैं तब आपको पता नहीं होता कि आप कैसी एक्टिंग कर रहे हो.’
लाइफ़ का टर्निंग पॉइंट
जब ‘लक्ष्मी’ एक्टर का सीन आया तब डायरेक्टर को 30-40 टेक लेने पड़े. इसके बावजूद केलकर सही शॉट नहीं दे पाए.
शरद केलकर ने बताया, ‘मैं बहुत हेल्पलेस महसूस कर रहा था. मैं हकलाता था और डायलॉग्स नहीं बोल पा रहा था और रात तक डायरेक्टर ने कहा कि चलो इसे रिप्लेस करते हैं. इसके बाद मुझे शो से बाहर निकाल दिया गया. मुझे बहुत बुरा लगा और मैं काफ़ी दिनों तक उदास रहा. मुझे अच्छा शो मिला था और मैंने वो गंवा दिया.’
केलकर ने कहा कि ये घटना उनके लाइफ़ की टर्निंग पॉइंट साबित हुई. उन्हें ये एहसास हुआ कि आसानी से कुछ भी नहीं मिलता.
हकलाते थे, मेहनत की, आज दुनिया आवाज़ की वजह से पहचानती है
बाहुबली के हिन्दी वर्ज़न में बाहुबली के डायलॉग्स को फ़ैन्स ने काफ़ी पसंद किया. इस किरदार को शरद केलकर ने ही अपनी आवाज़ दी थी. वही आर्टिस्ट जिसे हकलाने की वजह से शो से निकाल दिया गया था. केलकर बचपन में स्पीच डिसऑर्डर से पीड़ित थे, कई इंटरव्यूज़ में उन्होंने इस पर बात की है. इस वजह से उन्हें बुलींग का भी शिकार होना पड़ा. जिसे बोलने में दिक्कत होती हो उसे एक्टिंग बहुत मुश्किल लगेगी, केलकर को कई बार रिजेक्शन भी झेलना पड़ा. उन्होंने हार नहीं मानी और खुद पर काम किया. कड़ी मेहनत का नतीजा है कि आज वो न सिर्फ़ एक सफ़ल एक्टर बल्कि मशहूर वॉयस ओवर आर्टिस्ट भी हैं.