समय के साथ इंसान की जरूरतें और खर्चे भी बढ़े हैं. पहले एक निश्चित आय वाले इंसान को ये पता होता था कि आगले महीने के शुरुआत में उसके पास पैसे आ जाएंगे लेकिन फिलहाल उसे किसी चीज की जरूरत है लेकिन उसके पास पैसे नहीं. ऐसे में उसे लंबा इंतजार करना पड़ता था लेकिन अब क्रेडिट कार्ड की सुविधा ने ऐसी मुसीबतों को बहुत कम कर दिया है. लेकिन सोचने वाली बात है कि ऐसे सिस्टम की शुरुआत कैसे हुई होगी?
वीजा ने दी दुनिया को ये सुविधा
पेमेंट गेटवे कंपनी वीजा (VISA) ने इस सेवा की शुरुआत की थी. आज इस कंपनी का कारोबार 200 से अधिक देशों में फैला हुआ है. आज वीजा के बिना कार्ड से पेमेंट करने की कल्पना भी मुश्किल लगती है. हालांकि आज ये कंपनी जितनी बड़ी है, इसकी शुरुआत उतनी ही मामूली हुई थी. अब इस कंपनी को 64 साल हो चुके हैं.
क्रेडिट कार्ड की शुरुआत कैसे हुई?
वीजा की स्थापना के 64 साल पूरे होन के मौके पर न्यूज एंकर जॉन एरलिचमैन ने इससे संबंधित कुछ दिलचस्प जानकारियां साझा कीं. 18 सितंबर 1958 को शुरू हुई वीजा कंपनी ने 64 सालों के सफर में कई ऐसे मुकाम हासिल किया, जिन्हें इंडस्ट्री फर्स्ट होने का गौरव हासिल है. इसी क्रम में इसके नाम एक ऐसी रिकॉर्ड है जिसने लोगों की बहुत सी मुश्किलों को आसान कर दिया. जैसे कि कंपनी द्वारा दुनिया का पहला क्रेडिट कार्ड जारी करना. इसके अलावा पहली एटीएम मशीन भी इसी कंपनी ने लगाई थी.
आज क्रेडिट कार्ड बहुत सारे लोगों के जीवन का यहां हिस्सा है लेकिन जब इसकी शुरुआत हुई थी, तब बहुत से लोगों के लिए एक तरह का मजाक था. इसकी शुरुआत ‘दी ड्रॉप’ नामक प्रयोग से हुई थी. इस प्रयोग में कैलिफोर्निया के आम निवासियों को 60 हजार क्रेडिट कार्ड पोस्ट किये गए. जिससे कि वे इस नए पेमेंट सिस्टम का इस्तेमाल करें.
ऐसा रहा वीजा का सफर
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कैलिफोर्निया के आम लोगों को डाक से 60 हजार क्रेडिट कार्ड भेजे गए. रातोंरात लोगों के पास आज के 5000 डॉलर के बराबर की क्रेडिट लाइन थी. वे इसकी मदद से बिना बैंक गए खरीदारी कर सकते थे और बाद में इसका भुगतान कर सकते थे. 1958 में वीजा ने बैंक ऑफ अमेरिका के साथ मिलकर मध्यम वर्ग के उपभोक्ताओं और छोटे व मध्यम व्यापारियों के लिए अमेरिका में कंज्यूमर क्रेडिट कार्ड प्रोग्राम की शुरुआत की.
इस दौरान बैंक ऑफ अमेरिका द्वारा ‘बैंक अमेरिका कार्ड’ नाम से पेपर कार्ड लॉन्च किया गया जिसकी लिमिट 300 डॉलर थी. 1970 में नेशनल बैंक अमेरिका कार्ड की स्थापना हुई और इसने 1973 में पहला इलेक्ट्रॉनिक अथॉराइजेशन सिस्टम की शुरुआत की. इसके साथ ही इलेक्ट्रॉनिक क्लियरिंग और सेटलमेंट सिस्टम की भी शुरुआत की गई.
ये साल 1974 में था जब कंपनी ने अमेरिका से बाहर कदम रखा. इसके बाद 1975 में डेबिट कार्ड की शुरुआत हुई और 1976 में बैंक अमेरिका कार्ड का नाम बदलकर वीजा कर दिया गया. 1983 में वीजा ने एटीएम मशीन की शुरुआत की, जिससे कि उसके दुनियाभर के ग्राहकों को 24 घंटों कैश मिल सके. साल 2001 में अपना 01 अरबवां कार्ड जारी किया.