: जनपद पुलिस ने लकड़ी तस्करी के एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ करने में सफलता हासिल की है। पुलिस ने भारी मात्रा में अवैध लकड़ी बरामद की है, जिसे 29 ट्रकों और पिकअप गाड़ियों में लोड करके पंजाब ले जाया जा रहा था। पुलिस ने पहले से ही इस ऑपरेशन की तैयारी की थी, जिसके लिए एसपी ऊना और कांगड़ा पर आधारित संयुक्त टीम का गठन कर दिया गया था।
सोमवार और मंगलवार की पूरी रात चले इस ऑपरेशन में पुलिस ने अवैध लकड़ी के बड़े जखीरे को काबू करने में सफलता हासिल की है। घटना के संबंध में पुलिस द्वारा एफआईआर (FIR) दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी गई है। यहां तक कि मामले की जांच को लेकर खुद डीजीपी (DGP) संजय कुंडू भी पंजाब की सीमा (Punjab border) से सटे ऊना के कस्बा गगरेट पहुंचे।
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बताया गया है कि मुख्यमंत्री (CM) सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पुलिस विभाग को वन माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए थे। रात के वक्त हुई इस कार्रवाई में एसपी ऊना अर्जित सिंह ठाकुर और एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री खुद मौजूद रहे।
घटना की जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक अर्जित सेन ठाकुर ने बताया कि रात के वक्त एक ट्रक को काबू किया गया, जिसमें लदी हुई लकड़ी के संबंध में प्रक्रिया में सवार व्यक्ति कोई भी दस्तावेज नहीं दिखा सके। हालांकि ऑपरेशन शुरू हो चुका था जिसके बाद सुबह करीब 4:00 बजे के आसपास 20 ट्रक और छोटी गाड़ियां लकड़ी से लदी हुई पुलिस की टीम द्वारा गगरेट क्षेत्र में काबू की गई।
हालांकि पकड़े गए लोगों ने किनारे खड़ी गाड़ियों के चालकों को पुलिस कार्रवाई के संबंध में आगाह कर दिया था। लेकिन पुलिस की टीमों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंचकर रोड के किनारे खड़ी की गई नौ अन्य छोटी- बड़ी गाड़ियों को काबू किया जिनमें अवैध तरीके से लकड़ी को पंजाब के होशियारपुर ले जाया जा रहा था। इसके अतिरिक्त पंजाब के कुछ आढ़तियों के भी संपर्क इस लकड़ी से मिले हैं उनके खिलाफ भी जल्द पुलिस द्वारा कार्रवाई की जाएगी।
संजय कुंडू ने बताया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने वन माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए थे। इसी कार्रवाई को लेकर वह सोमवार को ही जिला में पहुंच गए थे। मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुरूप डीआईजी (DIG) नॉर्थ रेंज अभिषेक दुल्लर सहित ऊना और कांगड़ा जिलों के पुलिस कप्तानों की संयुक्त टीम का गठन करते हुए ऑपरेशन शुरू किया गया। उन्होंने कहा कि इस रैकेट में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो लकड़ी तस्करी के मामले ईडी (ED) के सुपुर्द किये जायेंगे।