Uttarakhand Tunnel Rescue Who are the Hero Rat Miners 17 दिनों तक उत्तराखंड के उत्तरकाशी के सिल्क्यारा सुरंग में फंसे रहने के बाद मंगलवार देर शाम 41 मज़दूरों को सुरक्षित बाहर आ गए. इन मज़दूरों ने इतने दिनों तक धैर्य साधे रखा और आखिर में सुरंग के अंदर की काली रात सवेरे में बदली. इस रेसक्यू ऑपरेशन में बड़ी-बड़ी मशीनें फेल हो गईं और उसके बाद Rat Mining Technique का इस्तेमाल किया गया. Rat Miners ने वो कर दिखाया जो करने में बड़ी-बड़ी मशीनें फेल हो गईं.
मिलिए उन 12 हीरोज़ से जिन्होंने हाथ से खुदाई करके मज़दूरों को बाहर निकाला
उत्तराखंड सुरंग में फंसे मज़दूरों को बचाने के लिए मिशन के 15वें दिन यानि बीते रविवार को ऑगर मशीन का इस्तेमाल किया गया. ऑगर मशीन फेल हो गई. इसके बाद रैट माइनिंग तकनीक का इस्तेमाल करने का निर्णय लिया गया. रैट माइनर्स ने हाथ से मलबे की खुदाई कर रास्ता बनाया और मज़दूरों को बाहर निकाल लिया.
ये हैं वो 12 माइनर्स जिन्होंने हाथ से खुदाई करके मज़ूदरों की जान बचाई-
फिरोज़, मुन्ना कुरैशी, रशीद, इरशाद, नसीम, मोनू, नसरी, अंकुर, जतिन, सौरभ, वकील हसन, देवेंद्र.
24 घंटे में हाथ से की 12 मीटर खुदाई
Zee News की रिपोर्ट के अनुसार, सुरंग में फंसे मज़दूरों को बचाने के लिए ऑगर मशीन से खुदाई की गई लेकिन खुदाई पूरी नहीं हो पाई. इसके बाद रैट माइनर्स को बुलाया गया. 24 घंटे में माइनर्स ने 12 मीटर खुदाई हाथ से की. एक्सपर्ट्स ने भी माइनर्स के कारनामे को अनोखा और असाधारण बताया.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दिल्ली की प्राइवेट कंपनी Rockwell के लिए ये वर्कर्स ने भारतीय सेना की देख-रेख में रेस्क्यू मिशन को अंजाम दिया.