Uttarakhand: उत्तराखंड के मदरसों में एनसीईआरटी की किताबों से होगी पढ़ाई, फरवरी से शिक्षकों की भी भर्ती प्रक्रिया होगी शुरू
उत्तराखंड वक्फ बोर्ड इस सत्र से स्मार्ट मदरसों में एनसीईआरटी (नेशनल काउंसिल आफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग) की पुस्तकें अनिवार्य रूप से लागू करेगा। इसके लिए वक्फ बोर्ड ने पूरी तैयारी कर ली है। फरवरी से शिक्षकों की भी भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। उत्तराखंड वक्फ बोर्ड की ओर से देहरादून हरिद्वार ऊधम सिंह नगर में चार स्मार्ट मदरसे बनाए गए हैं।
उत्तराखंड वक्फ बोर्ड इस सत्र से स्मार्ट मदरसों में एनसीईआरटी (नेशनल काउंसिल आफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग) की पुस्तकें अनिवार्य रूप से लागू करेगा। इसके लिए वक्फ बोर्ड ने पूरी तैयारी कर ली है। फरवरी से शिक्षकों की भी भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
स्मार्ट मदरसों में एनसीईआरटी की पुस्तकें लागू होंगी
दरअसल, उत्तराखंड वक्फ बोर्ड की ओर से देहरादून, हरिद्वार, ऊधम सिंह नगर में चार स्मार्ट मदरसे बनाए गए हैं। इन मदरसों में इस सत्र से एनसीईआरटी की पुस्तकें लागू की जाएंगी। विशेष बात यह है कि मुस्लिम छात्र उर्दू के साथ संस्कृत विषय की पढ़ाई करेंगे। उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने बताया कि स्मार्ट मदरसों में एनसीईआरटी की पुस्तकें लागू करने के साथ ही सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
फरवरी में शिक्षकों की भर्ती के लिए विज्ञप्ति निकाली जाएगी
छात्र-छात्राओं के लिए स्मार्ट कक्षा, शौचालय उपलब्ध कराया जाएगा। एनसीईआरटी की पुस्तकों को लागू करने को लेकर शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत के साथ वक्फ बोर्ड की अंतिम बैठक होनी है। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड की मान्यता केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से ली जाएगी। फरवरी में शिक्षकों की भर्ती के लिए विज्ञप्ति निकाली जाएगी। विद्यालय की मानिटरिंग उत्तराखंड वक्फ बोर्ड एवं शिक्षा विभाग करेगा।