राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के साथ देशभर में खादी महोत्सव की शुरुआत हो गई। खादी अपनी परांपरागत पहचना के साथ मुनाफे की पटरी पर भी दौड़ने की तैयारी में है।
आयोग अब अपने बुनकरों, कारीगारों के हितों की बात करने के साथ-साथ कारोबारी मुनाफे की भी खुलकर बात करता है। केवीआईसी का लाभ वर्ष 2014 के करीब 800 करोड़ रुपये से बढ़कर 34,000 करोड़ रुपये पर पहुंच चुका है।
खादी महोत्सव के अंतर्गत ही महाविद्यालय परिसर सोलन में भी आज खादी से बनी वस्तुओं की प्रदर्शनी व्यावसायिक शिक्षा ग्रहण करने वाले प्रशिक्षुओं ने लगाई जिसमें खादी से बने वस्त्र हाथों से बनी मोमबत्तियां को प्रदर्शित किया गया समग्र विकास समिति सचिव पूजा झालटा का कहना है इस प्रदर्शनी में आज जितनी भी वस्तु है प्रदर्शित की गई है उन्हें बच्चे काफी ज्यादा पसंद कर रहे हैं उनका कहना है कि इस तरह की प्रदर्शनी लगाने का उद्देश्य खादी को बढ़ावा देना है।