राजगढ़ मे हुआ गिरीपार क्षेत्र की पांरपरिक पहाड़ी नाटी टुलकी का विमौचन

Tulki, the traditional hill dance of Giripar area, was released in Rajgarh.

 

सिरमौर जिले के गिरीपार क्षेत्र की पांरपरिक पहाड़ी नाटी टुलकी अब हर मोबाईल पर बजेगी सिरमौर के प्रसिद्ध लोकगायक धर्मपाल ठाकुर की सिरमौरी टोलकी नामक पहाड़ी एलबम का जाने माने लोक एवं रेडियो कलाकार रविन्द्र वर्मा ने एक सादे एवं समारोह में विधिवत तौर से विमोचन किया गया । यहाँ काबिल जिक्र है कि सिरमौर धर्मपाल ठाकुर की यह दूसरी पहाड़ी नाटी एलबम है जिसने समूचे राजगढ और रेणुका क्षेत्र में धूम मचाई है । बता दें कि धर्मपाल ठाकुर मूलत लाणा चेता क्षेत्र के बसाली गांव के निवासी है और आकाशवाणी और दूरदर्शन से अनुमोदित कलाकार हैं । शादी विवाह इत्यादि मांगलिक उत्सव पर इन्हें विशेष तौर सिरमौर मूंजरा करने के लिए आमंत्रित किया जाता है । सिरमौरी नाटी की गायकी में इनका कोई सानी नहीं है और इनकी मधुर आवाज का हर कोई कायल है । बता दें कि इस एलबम के जारी होने से पूर्व यह पांरपरिक टुलकी गीत प्रसिद्ध गायक रविन्द्र वर्मा द्वारा गाया गया है जिन्होने इस पारंपरिक नाटी को एक नया रूप दिया गया है ।
मुख्य अतिथि रविन्द्र वर्मा ने बताया अपने संबोधन में कहा कि टुलकी एक पारंपरिक प्रेम गीत है जिसमें नायक ने अपनी महबूबा की तारीफ के पुल बांधे हुए है और अपनी कमियों को छुपाया गया है । उन्होने बताया कि अतीत में यह पारंपरिक गीत ग्रामीण परिवेश में पूरी रात गाया और नाचा जाता था । उन्होने इस गीत को सरल तरीके से तैयार किया गया है ताकि हर व्यक्ति इसे गा सके । उन्होने कहा कि धर्मपाल ठाकुर ने सिरमौर के पारंपरिक गीतों के संकलन और इसे एक लड़ी में पिरोने का जो प्रयास किया गया है वह अत्यंत सराहनीय है । जिससे सिरमौर की संस्कृति और संवर्धन करने में बल मिलेगा।
धर्मपाल ठाकुर ने बताया कि मैंने यह टुलकी गीत रविन्द्र वर्मा से प्रभावित होकर इसकी एलबम बनाई है जिसे रविन्द्र वर्मा को समर्पित किया गया है। उन्होने बताया कि उनका उददेश्य सिरमौरी संस्कृति का संवर्धन करना है तथा पारंपरिक गीतों को संकलित करके आमजन तक पहूंचाना है ताकि युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति और सभ्यता का बोध हो सके । इससे पहले इनके गाए हुए तुलसी रामो की गाड़ी, तांदा जिऊटा लागा लाणया नामक गीत बहूुत प्रसिद्ध हुए जिन्हें लोगों ने बहुत पसंद किया है । उन्होने बताया कि इस एलबम की रिकार्डिग सरगम डिजिटल रिकार्डिग स्टूडियों ठियोग में की गई है । इस गीत में राजीव नेगी ने संगीत दिया है । इसका फिल्मांकन राजगढ़ के आसपास के क्षेत्रों में किया गया है ।

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